Bihar: एनकाउंटर में मारे गये नक्सली मतलु तुरी की हैरान करने वाली हकीकत, अफीम व लैंडमाइन से जुड़ा सच जानें

जमुई में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हार्डकोर नक्सली मतलु तुरी ने पिंटु राणा दस्ते में अपनी अलग पहचान बना ली थी. नक्सली मतलु तुरी ने करोड़ों की अफीम उगा ली थी वहीं लैंडमाइंस का यह एक्सपर्ट था.

By Prabhat Khabar News Desk | June 10, 2022 3:29 PM

जमुई में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हार्डकोर नक्सली मतलु तुरी का संगठन में बड़ा दबदबा था. पिंटू राणा के दस्ते का सबसे खास सदस्य मतलु तुरी 12 वर्ष पहले नक्सल संगठन से जुड़ा था और धीरे-धीरे उसका कद नक्सल संगठन में बढ़ता चला गया. एक दशक बाद वह बिहार-झारखंड सीमावर्ती इलाके के बड़े नक्सली कहे जाने वाले पिंटू राणा का सबसे खास सहयोगी बन गया. संगठन में अपनी जगह उसने अपने कारनामों के बूते बनायी थी.

सीआरपीएफ जवानों को उड़ाने के लिए 20 किलो आइइडी लगाया

दरअसल 2021 में गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी थाना क्षेत्र में उसने सीआरपीएफ जवानों को उड़ाने के लिए 20 किलो आइइडी लगा दिया था. वह नक्सल संगठन में लैंडमाइंस लगाने तथा अफीम की खेती कराने के लिए एक्सपर्ट माना जाता था. दरअसल 31 जनवरी 2021 को झारखंड राज्य के नक्सल प्रभावित गिरिडीह जिले के भेलवाघाटी में सीआरपीएफ जवानों को उड़ाने की साजिश के तहत मतलु तुरी ने 20 किलो आइइडी बम रास्ते में लगा दिया.

सड़क में 20 किलो आइइडी बम लगाया

मतलु तुरी ने संयुक्त एलआरपी के दौरान विस्फोट कर सीआरपीएफ जवानों को उड़ाने की योजना बनायी थी.हालांकि सीआरपीएफ जवानों की सावधानी से नक्सलियों के मंसूबों पर पानी फिर गया था. दरअसल बिहार राज्य से सटे गुनियाथर गांव स्थित राणा टोला से थोड़ी दूर मतलु तुरी ने सड़क में 20 किलो आइइडी बम लगाया था.

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तीन एकड़ में करवा दी थी अफीम की खेती :

मतलु तुरी नक्सल प्रभावित ग्रामीण इलाकों में लोगों को डरा धमका कर अफीम की खेती करवाता था. 11 नवंबर 2021 को पुलिस ने गिरिडीह जिले के देवरी थाना क्षेत्र के बोंगी गांव में तीन एकड़ जमीन पर लगी अफीम को नष्ट किया था. पुलिस को खुटीटांड, पथरिया और बोंगी गांव में अफीम की खेती किये जाने की सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस के द्वारा यह कार्रवाई की गयी थी.

1 करोड़ से अधिक राशि की अफीम को जब्त किया गया था

नक्सली अक्सर ग्रामीण इलाकों में लोगों की जमीनों पर अफीम की खेती करवाते हैं. इस दौरान पुलिस ने 1 करोड़ से अधिक राशि की अफीम को जब्त किया था और उसे नष्ट किया था. इसमें मतलु तुरी की सबसे बड़ी भूमिका सामने आयी थी. मतलु तुरी के मारे जाने से संगठन को बड़ी आर्थिक क्षति भी पहुंचेगी. ऐसे में पुलिस इस पूरे एनकाउंटर को एक बड़ी कामयाबी के रूप में देख रही है.

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Posted By: Thakur Shaktilochan

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