Krishna Janmashtami 2023: ये हैं देशभर के प्रसिद्ध श्री कृष्ण  मंदिर, इस जन्माष्टमी कर आएं दर्शन

Krishna Janmashtami 2023: भारत के कई जगहों पर कई कृष्ण मंदिर हैं, जो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश के मथुरा और उसके आसपास के जिलों में वासुदेव के मंदिरों के अलावा भी देश में कई बड़े कृष्ण मंदिर हैं.

By Shaurya Punj | September 1, 2023 7:39 AM

Krishna Janmashtami 2023, Janmashtami Kab Hai 2023: इस साल जन्माष्टमी भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि 06 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 37 मिनट से प्रारंभ होगी और 07 सितंबर 2023 को शाम 04 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी. मथुरा, गोकुल, वृंदावन और बरसाना में देवकीनंदन की शरारतों, खेल कूद की कई यादें और कहानियां मौजूद हैं. इन जगहों पर कई कृष्ण मंदिर हैं, जो पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश के मथुरा और उसके आसपास के जिलों में वासुदेव के मंदिरों के अलावा भी देश में कई बड़े कृष्ण मंदिर हैं. जानें इस जन्माष्टमी पर आप किन मंदिरों में दर्शन कर सकते हैं

जगन्नाथ मंदिर

पुराणों में जगन्नाथ पुरी को धरती का बैकुंठ कहा गया है. जगन्नाथ मंदिर की महिमा देश में ही नहीं विश्व में भी प्रसिद्ध हैं. पुरी में बना जगन्नाथ मंदिर भारत में हिंदुओं के चार धामों में से एक है. यह धाम तकरीबन 800 सालों से भी ज्यादा पुराना माना जाता है. जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर स्थित झंडा हमेशा हवा की विपरीत दिशा में लहराता है. इसी तरह मंदिर के शिखर पर एक सुदर्शन चक्र भी है. इस चक्र को किसी भी दिशा से खड़े होकर देखने पर ऐसा लगता है कि चक्र का मुंह आपकी तरफ है.

वृंदावन का मंदिर

मथुरा के पास वृंदावन में रमण रेती पर बांके बिहारी का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है. यह भारत के प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. यहीं पर प्रेम मंदिर भी मौजूद है और यहीं पर प्रसिद्ध स्कॉन मंदिर भी है जिसे 1975 में बनाया गया था. यहां विदेशी श्रद्धालुओं की भी अच्छी-खासी तादाद है जो कि हिन्दू हैं. इसी बृज क्षेत्र में गोवर्धन पर्वत भी है जहां श्रीकृष्ण से जुड़े अनेक मंदिर है.

द्वारिका का मंदिर

मथुरा को छोड़कर भगवान श्रीकृष्ण गुजरात के समुद्री तट स्थित नगर कुशस्थली चले गए थे. वहां पर उन्होंने द्वारिका नामक एक भव्य नगर बसाया. यहां भगवान श्रीकृष्ण को श्री द्वारकाधीश कहा जाता है. वर्तमान में द्वारिका 2 हैं- गोमती द्वारिका, बेट द्वारिका. गोमती द्वारिका धाम है, बेट द्वारिका पुरी है. बेट द्वारिका के लिए समुद्र मार्ग से जाना पड़ता है.

श्रीनाथ जी मंदिर, नाथद्वारा राजस्थान

राजस्थान के नाथद्वारा में स्थित श्रीनाथ जी मंदिर अपनी मूर्तियों के लिए जाना जाता है. माना जाता है कि मेवाड़ के राजा इस मंदिर में मौजूद मूर्तियों को गोवर्धन की पहाड़ियों से औरंगजेब से बचाकर लाए थे. ये मंदिर 12वीं शताब्दी में  बनाया गया था. साथ ही ये मंदिर श्री कृष्ण को समर्पित है.

बालकृष्ण मंदिर, हंपी कर्नाटक

कर्नाटक के हंपी में स्थित बालकृष्ण मंदिर की संरचना बेहद अनोखे तरीके से की गई है. इस मंदिर का शुमार UNESCO की वर्ल्ड हेरिटेज वेबसाइट में भी किया जा चुका है. इस मंदिर में बालकृष्ण विराजमान हैं.

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