krishna janmashtami 2020 kab hai, janmashtami vrat 2020 in mathura, date and time : भगवान श्रीकृष्ण विष्णु जी के आठवें अवतार हैं. भादो महीने में अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र के योग में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था. जन्माष्टमी पर लोग कान्हा जी के बाल स्वरूप की पूजा करते हैं. कई भक्त अपने घरों में बाल गोपाल को रखते हैं. बाल गोपाल की पूजा और सेवा एक छोटे बच्चे की तरह की जाती है.
भादो महीने की अष्टमी को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. अष्टमी तिथि को पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग है. जन्माष्टमी पर राहुकाल दोपहर 12 बजकर 27 मिनट से लेकर 02 बजकर 06 मिनट तक रहेगा. इस बार जन्माष्टमी पर कृतिका नक्षत्र रहेगा, उसके बाद रोहिणी नक्षत्र रहेगा, जो 13 अगस्त तक रहेगा.
जन्माष्टमी की रात 12 बजकर 5 मिनट से लेकर 12 बजकर 47 मिनट तक पूजा करने के लिए शुभ समय है.
भगवान श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र के योग में हुआ था. लेकिन, इस बार तिथि और नक्षत्र का संयोग एक ही दिन नहीं बन रहा है. 12 अगस्त को अष्टमी तिथि पूरे दिन और रातभर रहेगी. इस वजह से 12 अगस्त की रात में जन्माष्टमी व्रत रखना अधिक शुभ रहेगा.
श्रीकृष्ण जन्मस्थान मथुरा में 12 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जाएगा, तो नंदबाबा के गांव नंदगांव में एक दिन पहले 11 अगस्त को मनाएंगे श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा के अनुसार जन्मस्थान पर 12 अगस्त को जन्मोत्सव मनाया जाएगा. रात 12 बजे प्राकट्यय दर्शन होंगे और प्राकट्य आरती होगी. 12 बजकर 10 मिनट से 12 बजकर 20 मिनट तक जन्म महाभिषेक होगा. कोरोना संक्रमण के चलते इस बार श्रद्धालु कान्हा के जन्मोत्सव के दर्शन नहीं कर पाएंगे. मंदिरों में केवल प्रबंधन से जुड़े लोग ही मौजूद रहेंगे. श्रीकृष्ण जन्मस्थान से महाभिषेक का टीवी चैनलों के जरिए लाइव प्रसारण होगा.
News posted by : Radheshyam kushwaha