January 2024 Vrat Tyohar List: नए साल के सबसे पहले महीने यानी जनवरी में कालाष्टमी, पौष पुत्रदा एकादशी, मकर संक्रांति और पोंगल जैसे कई महत्वपूर्ण दिवस, व्रत और त्योहार हैं. यहां देखें जनवरी महीने में पड़ने वाले महत्वपूर्ण दिवस, व्रत और त्योहार की पूरी लिस्ट.
जनवरी 2024 व्रत-त्योहार की लिस्ट (January 2024 Vrat Festival calendar)
4 जनवरी 2024, गुरुवार- कालाष्टमी
इस बार पौष माह की कालाष्टमी का व्रत 04 जनवरी को रखा जा रहा है.कालाष्टमी के दिन काशी के कोतवाल कहे जाने वाले बाबा काल भैरव की पूजा का विधान है.बाबा काल भैरव शिव जी के रौद्र माने जाते हैं.इस दिन व्रत रखकर विधि पूर्वक पूजा करने से जीवन से दुख, दरिद्रता और परेशानियां दूर हो जाती हैं.कालाष्टमी व्रत के दिन शिवालयों और मठों में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है, जिसमें भगवान शिव के रूप में काल भैरव का आह्वान किया जाता है.
7 जनवरी 2024, रविवार- सफला एकादशी
साल की पहली एकादशी सफला एकादशी है और इसका व्रत 7 जनवरी को रखा जाएगा.सफला एकादशी का व्रत करने से सभी शुभ कार्यों में सिद्धि का आशीर्वाद मिलता है और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है.सफला एकादशी पौष मास की पहली एकादशी है और इस दिन पवित्र नदी में स्नान के साथ ही भगवान विष्णु की पूजा का खास महत्व शास्त्रों में बताया गया है.
9 जनवरी 2024, मंगलवार- मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत (कृष्ण)
प्रदोष व्रत को हम त्रयोदशी व्रत के नाम से भी जानते हैं. यहाँ आप पाएंगे आने वाली प्रदोष व्रत तिथि 2023 में. यह व्रत माता पार्वती और भगवान शिव को समर्पित है. पुराणों के अनुसार इस व्रत को करने से बेहतर स्वास्थ और लम्बी आयु की प्राप्ति होती है. शास्त्रों के अनुसार प्रदोष व्रत एक साल में कई बार आता है. प्रायः यह व्रत महीने में दो बार आता है.
11 जनवरी 2024, गुरुवार- पौष अमावस्या
सनातन धर्म में अमावस्या को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इस विशेष दिन पर पितरों को तर्पण प्रदान करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है और पितृ दोष भय दूर हो जाता है. साथ ही इस विशेष पवित्र नदी में स्नान करने से अनजाने हुए पापों से मुक्ति मिल जाती है. इस विशेष दिन पर व्यक्ति को चंद्रमा से जुड़ी चीजों का दान करना चाहिए. इसलिए इस दिन दूध, चावल, सफेद वस्त्र और चांदी के बर्तन का दान करना चाहिए. ऐसा करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है और दुःख दूर हो जाते हैं.
13 जनवरी 2024, शनिवार- पंचक शुरू
14 जनवरी 2024, रविवार- लोहड़ी, विनायक चतुर्थी
हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह में यह त्योहार कृत्तिक नक्षत्र में मनाया जा रहा है. लोहड़ी का पर्व मुख्य रूप से दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. उत्तर भारत के कई राज्यों में भी लोहड़ी का त्योहार मनाया जाता है. मकर संक्रांति से एक दिन पूर्व मनाया जाने वाला लोहड़ी का त्योहार किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. मान्यता है कि लोहड़ी पर्व नए अन्न के तैयार होने और फसल कटाई की खुशी में मनाया जाता है.
15 जनवरी 2024, सोमवार- पोंगल, उत्तरायण, मकर संक्रांति, खिचड़ी
हिंदू धर्म में मकर संक्रांति एक प्रमुख पर्व है. भारत के विभिन्न इलाकों में इस त्यौहार को स्थानीय मान्यताओं के अनुसार मनाया जाता है. हर वर्ष सामान्यत: मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है. इस दिन सूर्य उत्तरायण होता है, जबकि उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर मुड़ जाता है. ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार इसी दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है.
16 जनवरी 2024, मंगलवार- माघ बिहु
17 जनवरी 2024, बुधवार- गुरु गोबिंद सिंह जयंती
18 जनवरी 2024, गुरुवार- मासिक दुर्गाष्टमी
इस दिन जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जाती है.साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है.धार्मिक मत है कि मासिक दुर्गाष्टमी व्रत करने से साधक के जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं.साथ ही मां की कृपा से घर में सुख और समृद्धि आती है.
21 जनवरी 2024, रविवार – पौष पुत्रदा एकादशी
पौष मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी को पौष पुत्रदा एकादशी कहा जाता है. इस दिन सुदर्शन चक्रधारी भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस व्रत को करने से संतान की प्राप्ति होती है, इसलिए इसे पौष पुत्रदा एकादशी कहा जाता है. स्त्री वर्ग में इस व्रत का बड़ा प्रचलन और महत्व है. इस व्रत के प्रभाव से संतान की रक्षा भी होती है.
23 जनवरी 2024, मंगलवार- प्रदोष व्रत (शुक्ल)
25 जनवरी 2024, गुरुवार- पौष पूर्णिमा व्रत
हिन्दू धर्म और भारतीय जनजीवन में पूर्णिमा तिथि का बड़ा महत्व है. पूर्णिमा की तिथि चंद्रमा को प्रिय होती है और इस दिन चंद्रमा अपने पूर्ण आकार में होता है. हिन्दू धर्म ग्रन्थों में पौष पूर्णिमा के दिन दान, स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने का विशेष महत्व बतलाया गया है. ऐसा कहा जाता है कि पौष मास के समय में किए जाने वाले धार्मिक कर्मकांड की पूर्णता पूर्णिमा पर स्नान करने से सार्थक होती है.
26 जनवरी 2024, शुक्रवार- माघ माह शुरू, गणतंत्र दिवस
29 जनवरी 2024, सोमवार- सकट चौथ, संकष्टी चतुर्थी
माघ महीने में सकट चौथ का व्रत संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाता है. इसे बड़ी चतुर्थी, तिलकुट चतुर्थी, लंबोदर चतुर्थी भी कहते हैं. शास्त्रों के अनुसार माघ माह की चतुर्थी के दिन ही भगवान गणेश ने अपने माता-पिता की परिक्रमा कर अपनी तेज बुद्धि का परिचय दिया था.मान्यता है इस व्रत के प्रताप से संतान निरोगी रहती है, उसकी बुद्धि में वृद्धि होती है.