रांची : आइआइटी, एनआइटी और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिले के लिए जेइइ मेन (संयुक्त प्रवेश परीक्षा) एक से छह सितंबर तक आयोजित होगी. वहीं, सरकारी मेडिकल कॉलेजों के अंडर ग्रेजुएट कोर्स में दाखिले के लिए नीट(नेशनल इलिजिबिलेटी कम एंट्रेस टेस्ट) 13 सितंबर को होगा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित की जा रहीं ये परीक्षाएं मई में निर्धारित थीं, लेकिन कोरोना संकट के कारण टाल दी गयी थीं.
इन परीक्षाओं की तैयारी में जुटे विद्यार्थी दोहरी परेशानी में हैं. कोरोना के कारण करीब पांच महीने से कोचिंग इंस्टीट्यूट बंद चल रहे हैं. इससे परीक्षार्थी मानसिक दबाव में हैं. इधर, परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने और रहने की अनिश्चितता ने उनकी परेशानियां और बढ़ा दी हैं. कोरोना महामारी के बीच हो रही इन परीक्षाओं ने परीक्षार्थियों के साथ उनके अभिभावकों को भी चिंता में डाल दिया है.
सीमित जिला परीक्षा केंद्र को देखते हुए एनटीए ने विद्यार्थियों को च्वाइस सेंटर सिटी का अॉप्शन दिया था, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि विद्यार्थी परीक्षा केंद्र तक पहुंचेंगे कैसे? अगर परेशानियों और रिस्क के बीच पहुंच भी गये, तो रहेंगे कहां? क्योंकि झारखंड में कोविड-19 को देखते हुए अब तक बस, ट्रेन आदि के परिचालन पर रोक है. वहीं, होटल, लॉज आदि बंद हैं.
हालांकि, एनटीए ने राज्य सरकार से परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों की सुविधा के लिए परिवहन की व्यवस्था करने का आग्रह किया है. बहुत से परीक्षार्थी निजी या किराये के वाहन का इंतजाम नहीं होने के कारण दूसरे जिले में स्थित परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच पायेंगे. वहीं, जिन परीक्षार्थियों के रिश्तेदार परीक्षा केंद्र वाले शहर में होगा, उनके लिए कोरोना महामारी के इस दौर में रिश्तेदार के घर जाना कितना उचित होगा?
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कोरोना संकट के बीच परीक्षा
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झारखंड में है लॉकडाउन
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नहीं चल रहीं गाड़ियां
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होटल और लॉज भी बंद
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अभिभावक छात्र परेशान
जेइइ मेन
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8.58 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे पूरे देश में
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23,000 विद्यार्थी शामिल होंगे झारखंड में
नीट यूजी
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15.97 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे पूरे देश में
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22,000 विद्यार्थी शामिल होंगे झारखंड में
10 परीक्षा केंद्र जेइइ मेन के लिए : रांची (तुपुदाना और टाटीसिलवे में), हजारीबाग, जमशेदपुर, बोकारो व धनबाद में.
अवधि : सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक होगी परीक्षा.
नीट यूजी
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36 परीक्षा केंद्र नीट के लिए : रांची(25 केंद्र), जमशेदपुर और बोकारो में.
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अवधि : दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक होगी परीक्षा.
इस पर गौर करने की जरूरत : रांची केंद्र पर रांची के अलावा पलामू, गढ़वा, सिमडेगा, खूंटी, गुमला, लातेहार, सिमडेगा आदि जिलों के विद्यार्थी परीक्षा देने आयेंगे. रांची से इन जिलों की दूरी 30 से 220 किलोमीटर तक है. इन जिलों के परीक्षार्थी परीक्षा से एक दिन पहले सेंटर पर पहुंचने, यहां रहने और परीक्षा के बाद यहां से जाने को लेकर अभी से चिंतित हैं. परीक्षार्थियों का कहना है कि हर जिले में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं और मौतें हो रही हैं. ऐसे में उन्हें संक्रमण नहीं होगा, इसकी गारंटी कौन लेगा?
पड़ेगा आर्थिक बोझ, फंसेंगे गरीब : कई परीक्षार्थियों को दूर-दूर से परीक्षा सेंटर पहुंचना होगा. गढ़वा का विद्यार्थी रांची आता है तो उसे 208 किमी की दूरी तय करनी होगी. इसी तरह सिमडेगा के परीक्षार्थी को 136 किमी की दूरी. अपना वाहन हो तब भी गढ़वा से आने और जाने में 3500 रुपये का तेल जलाना पड़ेगा. भाड़े पर गाड़ी लेनी पड़ी, तो पांच से 10 हजार रुपये खर्च करने पड़ेंगे. इस तरह एक गरीब बच्चे के लिए यह असंभव हो जायेगा. ऐसे में एकमात्र रास्ता यही होगा कि सरकार कम से कम दो दिन के लिए सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर लगी रोक हटा ले.
प्रभात खबर की अपील : जेइइ मेन और नीट के लिए झारखंड के परीक्षा केंद्रों में अपना भविष्य गढ़ने के सपने के साथ बड़ी संख्या में परीक्षार्थी पहुंचेंगे. कोरोना काल में ये परीक्षाएं इन बच्चों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. झारखंड में लॉकडाउन की वजह से गाड़ियां नहीं चल रहीं. होटल, लॉज आदि बंद हैं. जाहिर है कि ठहरने, खाने-पीने और परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में इन परीक्षार्थियों को काफी परेशानी होगी. ऐसे में प्रभात खबर पाठकों से अपील करता है कि अगर आपके शहर में इन परीक्षाओं के केंद्र हैं, तो आप इन परीक्षार्थियों की यथा संभव मदद करें.
एनडीए के परीक्षार्थियों के लिए वाहनों की व्यवस्था करेगा परिवहन विभाग : रांची. एनडीए की परीक्षा छह सितंबर होनी है. झारखंड में इसका केंद्र सिर्फ रांची में बनाया गया है. राज्य में लॉकडाउन के कारण परिवहन सेवा बंद है. ऐसे में यूपीएससी के अनुरोध पर राज्य परिवहन विभाग ने सभी जिलों के परीक्षार्थियों के लिए परिवहन की व्यवस्था का प्रस्ताव तैयार किया है. इस पर गुरुवार को आदेश जारी हो सकता है. प्रस्ताव के तहत हर जिले में विभाग एक कंट्रोल रूम बनेगा, जो परीक्षार्थियों से संपर्क करेगा. इसके बाद उचित किराये पर रांची आने-जाने के लिए बसों की व्यवस्था की जायेगी.
हर जिले के डीटीओ को बस की व्यवस्था करने का जिम्मा दिया गया है. यूपीएससी ने विभाग को जो सूची मुहैया करायी है, उसके मुताबिक हर जिले से कमोबेश 150 से 200 की संख्या में एनडीए के परीक्षार्थी हैं. बसों में विद्यार्थियों के लिए मास्क व सेनिटाइजर की व्यवस्था होगी.
Post by : Pritish Sahay