जहानाबाद में एसपी के सामने पुलिस पर पथराव कर मुखिया को छुड़ा ले गये ग्रामीण, दो पक्षों में हुआ था विवाद

जहानाबाद में पुलिस टीम पर हमला कर लोगों ने हिरासत में ली गयी महिला मुखिया को छुड़ा लिया. आक्रोशित भीड़ ने पथराव कर पुलिस की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2022 8:22 PM
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जहानाबाद के शकुराबाद थाना क्षेत्र के बढ़ौना गांव में मंगलवार की सुबह एसपी दीपक रंजन के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर लोगों ने हिरासत में ली गयी महिला मुखिया को छुड़ा लिया. आक्रोशित भीड़ ने पथराव कर पुलिस की गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. इस दौरान पुलिसकर्मी अपनी जान बचाते नजर आये. वहीं, मौके पर मौजूद एसपी देखते रह गये.

नाली को लेकर हुआ था विवाद 

बताया जाता है कि नाली के पानी की निकासी को लेकर हुए विवाद के बाद एसपी के नेतृत्व में पुलिस की टीम पूर्व प्रमुख प्रेमचंद यादव को गिरफ्तार करने गयी थी. पूर्व प्रमुख के नहीं मिलने पर पुलिस उसकी पत्नी सेसंभा पंचायत की मुखिया रश्मि देवी को पूछताछ के लिए अपने साथ ले जाने लगी. जैसे ही पुलिस ने मुखिया को अपनी गाड़ी में बैठाया, ग्रामीण उग्र होकर पुलिस पर पथराव करने लगे. एसपी के सामने ही ग्रामीणों ने पुलिस के कब्जे से मुखिया को छुड़ा लिया.

पुलिस को बैरंग वापस लौटना पड़ा

इस घटना के बाद पुलिस को बैरंग वापस लौटना पड़ा. बाद में शकुराबाद बाजार को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया गया है. एसपी के नेतृत्व में पुलिस अभियुक्तों की तलाश में घंटों छापेमारी करती रही, जिसमें एक व्यक्ति को पकड़ा गया है.

पानी की निकासी को लेकर विवाद

स्थानीय लोगों ने बताया कि शकुराबाद बाजार में सोमवार की शाम नाली के पानी की निकासी को लेकर अनिल कुमार और अब्दुल मनान के बीच विवाद हुआ था. इस मामले में पंचायती के लिए मुखिया पति सह पूर्व प्रमुख प्रेमचंद यादव, पंचायत समिति सदस्य राजेश्वर प्रसाद और पूर्व मुखिया सह शिक्षक शाह उमैर अंसारी शकुराबाद बाजार पहुंचे थे.

प्राथमिकी के लिए थाने में आवेदन

राजेश्वर प्रसाद का आरोप है कि पंचायती के दौरान उमैर अंसारी ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया. लोगों ने बीच-बचाव किया, इतने में पुलिस भी आ गयी. राजेश्वर प्रसाद ने प्राथमिकी के लिए थाने में आवेदन भी दिया. पिटाई से आक्रोशित शकुराबाद के व्यवसायियों ने मंगलवार को बाजार बंद रखा.

शकुराबाद बाजार बंद

व्यवसायियों का कहना है कि पूर्व मुखिया का देवर शिक्षक है और राजनीति करता है. जब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं होगी, बाजार की दुकानें नहीं खुलेंगी. सूचना पर एसपी दीपक रंजन, एएसपी हरिशंकर प्रसाद, एसडीओ मनोज कुमार, एसडीपीओ अशोक पांडेय पुलिस बल के साथ पहुंचे. छानबीन के बाद पुलिस टीम पूर्व के वारंटी मुखियापति प्रेमचंद यादव को गिरफ्तार करने बढ़ौना गांव गयी थी. पुलिस ने शिक्षक उमैर अंसारी के यहां भी दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली.

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