कोल्हान विश्वविद्यालय के साथ ही अन्य विश्वविद्यालयों में स्नातक में एडमिशन की प्रक्रिया लगभग अंतिम चरण पर है. 50 फीसदी से अधिक उम्मीदवारों ने पेड आवेदन करने के बाद एडमिशन नहीं लिया है. विद्यार्थी कोल्हान और महिला विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं. सीयूइटी की परीक्षा में सफलता हासिल करने के बाद चांसलर पोर्टल के जरिये कोल्हान विवि में अब तक 14, 831 विद्यार्थियों का एडमिशन हुआ है. जबकि कोल्हान विवि में एडमिशन के लिए इस बार 34, 337 आवेदन आये थे. जिनमें पेड आवेदनों की संख्या 30, 380 थी. यानी पेड आवेदन से भी आधे उम्मीदवारों ने ही कोल्हान विवि में एडमिशन लिया. पैसे जमा करने के बाद भी उम्मीदवारों ने कोल्हान विवि में एडमिशन नहीं लिया.
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कोल्हान विवि में आवेदन आए 34, 337 लेकिन एडमिशन सिर्फ 14, 831 ने लिया
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महिला विवि में आए 2, 789 आवेदन, अब तक 967 छात्राओं ने लिया एडमिशन
कुछ यही स्थिति जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की भी है. जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में अब तक सिर्फ 967 छात्राओं ने ही स्नातक में एडमिशन लिया है. जबकि यहां एडमिशन लेने कि लिए कुल 4,088 आवेदन आये थे. इसमें से पेड आवेदनों की संख्या 2, 789 थी. यानी पैसे जमा करने के बाद भी 50 फीसदी से अधिक छात्राओं ने जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं लिया.
जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में पीजी में अब तक केवल 16 एडमिशन हुए हैं. जबकि एडमिशन के लिए कॉलेज के पास 561 आवेदन आये थे, जिनमें से पेड आवेदनों की संख्या 368 थी. इतना ही नहीं जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी में संचालित पीजी लेवल वोकेशनल कोर्सों में भी छात्राओं का रुझान काफी कम देखा जा रहा है. वोकेशनल कोर्स के लिए 960 आवेदन आये जिसमें 569 पेड आवेदन थे. इसमें सिर्फ 242 छात्राओं ने ही एडमिशन लिया. जानकारों के अनुसार यह कोल्हान के लिए अच्छे संकेत नहीं है.
विद्यार्थियों ने दूसरे राज्यों में किया पलायन या प्राइवेट यूनिवर्सिटी को दी प्राथमिकता
शिक्षाविद ललिता सरीन ने बताया कि अगर 50 फीसदी से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन करने के बाद एडमिशन नहीं लिया तो यह अर्लामिंग स्थिति है. या तो वे विद्यार्थी दूसरे राज्यों में पलायन कर गये या फिर उन्होंने प्राइवेट यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले लिया है. कोल्हान विवि व जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय को विद्यार्थियों के मन मस्तिष्क में इस प्रकार की छवि बनानी होगी कि वे यहां के विवि, कॉलेज व शिक्षकों पर भरोसा कर सकें कि कोल्हान में भी अच्छी पढ़ाई हो सकती है.
बीएड में एडमिशन के लिए आज से होगी सेकेंड काउंसलिंग
राज्य के 136 बीएड कॉलेजों में प्रथम काउंसिलिंग के आधार पर नामांकन की प्रक्रिया पूरी हाे गयी है. नामांकन की अंतिम तिथि 27 जुलाई थी. 28 दिनों के बाद दूसरी काउंसिलिंग की तिथि तय की गयी है. झारखंड संयुक्त प्रवेश परीक्षा पर्षद की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार 25 अगस्त से उम्मीदवार सेकेंड काउंसिलिंग में शामिल हो सकते हैं. सीट मैट्रिक्स 25 अगस्त से दिखना शुरू हो जायेगा. सीट अलॉटमेंट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व च्वाइस फीलिंग की शुरुआत भी 25 अगस्त से होगी.
उम्मीदवार 30 अगस्त तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व च्वाइस फीलिंग कर सकेंगे. वहीं च्वाइस फिलिंग में 31 अगस्त तक उम्मीदवार एडिटिंग कर सकते हैं. दो सितंबर को प्रोविजिनल सीट अलॉटमेंट लेटर जारी होगा. साथ ही चार सितंबर से नौ सितंबर तक संबंधित संस्थान द्वारा दस्तावेजों की जांच होगी. गौरतलब है कि प्रथम काउंसिलिंग होने के बाद सरकारी काॅलेजाें में 30 से 50 प्रतिशत निजी बीएड काॅलेजाें 85 से 80 प्रतिशत सीटें रिक्त थी. जिसके बाद नये सिरे से सेकेंड काउंसलिंग शुरू की जा रही है.
साक्षात्कार से जुड़ी महत्व बातें
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साक्षात्कार में वहीं अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे जो प्रथम साक्षात्कार में शामिल नहीं हुए या जिन्हें उक्त साक्षात्कार में सीट आवंटन नहीं हुआ या सीट आवंटन होने के बाद भी किसी कारण से नामांकन नहीं ले सके हैं.
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अभ्यर्थियों को नामांकन के समय आवंटित सीट के अनुरूप प्रमाण पत्र अनुशंसित संस्थान में प्रस्तुत करना अनिवार्य है. वांछित प्रमाण पत्रों के प्रारूप पर्षद की वेबसाइट पर उपलब्ध है.
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वैसे अभ्यर्थी जो प्रथम साक्षात्कार से नामांकित हैं तथा रिक्त बचे सीटों पर संस्थान परिवर्तन चाहते हैं तो वे भी उस साक्षात्कार में शामिल हो सकते हैं. यदि द्वितीय ऑनलाइन साक्षात्कार में उन्हें सीट फिर से आवंटित होता है, तो उन्हें नये आवंटित संस्थान में नामांकन लेना अनिवार्य होगा, क्योंकि उनके पूर्व का नामांकन स्वत: रद्द हो जायेगा.