धनबाद के बलियापुर में 50 लोगों ने अपनाया ईसाई धर्म, बजरंग दल ने जताया विरोध

बलियापुर थाना क्षेत्र के आमझर रविदास टोला में पांच दलित परिवारों के 50 लोगों के ईसाई धर्म अपनाने और प्रार्थना-सभा करने के विरोध में जमकर हंगामा हुआ. प्रार्थना-सभा ग्रामीण मधुसूदन रविदास के घर में हो रही थी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 12, 2022 2:09 PM

Dhanbad News: बलियापुर थाना क्षेत्र के आमझर रविदास टोला में पांच दलित परिवारों के 50 लोगों के ईसाई धर्म अपनाने और प्रार्थना-सभा करने के विरोध में जमकर हंगामा हुआ. प्रार्थना-सभा ग्रामीण मधुसूदन रविदास के घर में हो रही थी. इस आशय की जानकारी किसी प्रकार बजरंग दल के नेताओं को हो गयी. दल के सिंदरी खंड अध्यक्ष सोनू गिरि के नेतृत्व में दर्जन भर कार्यकर्ता एवं ग्रामीण मधुसूदन के घर के सामने जुट गये और हो-हंगामा करने लगे. लोगों का आक्रोश देख प्रार्थना-सभा कराने पहुंचे पास्टर असीम कुमार नंदी घर में ही छुप गये. बताया जाता है कि गांव के पांच परिवारों के 50 लोगों ने तीन साल पूर्व ईसाई धर्म अपना लिया था. इनमें मधुसूदन दास, बबीता देवी, दीपक कुमार दास, कृष्णपद दास, शंकर रविदास, अनिल कुमार दास, प्रियंका देवी, अंबिका देवी, लखीराम दास, जूही देवी, दुलाली देवी, उमा देवी आदि शामिल हैं.

हर रविवार को आयोजित करते थे प्रार्थना-सभा

धर्मांतरण करनेवाले लोगों की मानें तो तीन साल पूर्व दीपक कुमार दास को हार्ट की शिकायत हुई थी. दीपक काफी परेशान था. उसने कई स्थानों पर इलाज कराया. इसी दौरान उसकी मुलाकात पास्टर असीम कुमार नंदी से हुई. नंदी आमझर रविदास टोला आने-जाने लगा. इस क्रम में पांच परिवार ईसाई धर्म के प्रति आकर्षित हुए और परिवार के सदस्यों ने ईसाई धर्म अपना लिया.

क्या कहते हैं ग्रामीण

ग्रामीणों की मानें तो यहां हर रविवार को प्रार्थना-सभा का आयोजन किया जाता है. सभा के दौरान बजरंग दल के नेता और ग्रामीण वहां आकर हंगामा करने लगे. सूचना मिलने पर बलियापुर पुलिस पहुंच गयी. पुलिस ने कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों को समझा-बुझा कर शांत कराया. बजरंग दल के नेताओं का कहना था कि ईसाई धर्म वाले ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं. ऐसे लोग समय रहते बाज आयें. पुलिस ऐसे तत्वों पर नजर रखे. यहां से दोनों पक्ष के लोग थाना पहुंचे. पूरे मामले में पास्टर असीम कुमार नंदी का कहना था कि वे लोग जोर-जबरदस्ती कर किसी का धर्म परिवर्तन नहीं करा रहे हैं. लोग स्वेच्छा से ईसाई धर्म अपना रहे हैं. संविधान के अनुसार कोई भी अपना धर्म परिवर्तन कर सकता है. उन्होंने कहा कि बजरंग दल के लोग धमकी दे रहे हैं.

बजरंग दल और ग्रामीणों ने की बैठक

धर्म परिवर्तन मामले को लेकर बजरंग दल और ग्रामीणों की बैठक रविवार को हुई. इसमें बजरंग दल के सिंदरी खंड अध्यक्ष सोनू गिरि ने कहा कि सूचना मिली थी कि रविदास टोला के पांच-छह परिवारों का धर्म परिवर्तन कराया गया है. लोगों को प्रलोभन देकर पास्टर द्वारा धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. लोभ देकर प्रार्थना करायी जाती है. वह धर्म परिवर्तन कराने वाले लोगों को सजा दिलाने का काम करेंगे. मौके पर जिला विद्यार्थी प्रमुख सोनू सिंह, विभाग संयोजक रवि, हारू, दुलाल महतो, अजय, ऋषि, राणा सूत्रधर, बबलू दास, विकास दास, चंदन, रोहित, विजय दास आदि मौजूद थे.

‘कोई दबाव नहीं, स्वेच्छा से अपनाया ईसाई धर्म’

मधुसूदन दास, बबीता देवी, दीपक कुमार दास, कृष्णपदो दास, शंकर रविदास, अनिल कुमार दास आदि का कहना था कि उनलोगों ने बिना किसी दबाव में स्वेच्छा से ईसाई धर्म अपनाया है. ईसाई धर्म के प्रति उनकी गहरी आस्था है. वहीं, विरोध करनेवाले ग्रामीणों में अनिता देवी, विकास दास, झुनू दास, गीता दास, कमली देवी, राजेंद्र रविदास, हरिराम रविदास आदि का कहना था कि ईसाई धर्मगुरु ग्रामीणों में भय का माहौल पैदा कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करता है. हर रविवार को पूरे गांव में जल छिड़काव कराया जाता है. रविवार को ईसाई धर्मगुरु रविदास टोला पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनका विरोध किया.

क्या कहते हैं अधिकारी

दोनों पक्षों में समझौता हो गया है. वरीय अधिकारियों के बिना परमिशन के कोई धर्म परिवर्तन नहीं कर सकता है. गांव में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है.

श्वेता कुमारी, थाना प्रभारी, बलियापुर

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