West Singhbhum News: पश्चिम सिंहभूम के बंदगांव हुडंगदा पंचायत के लखीराम साईं गांव में ग्राम मुंडा मंगल सरदार की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि विद्यालय में बच्चों का जाति प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है. खतियान के अनुसार ऑनलाइन द्वारा जाति प्रमाण पत्र बनाने में बहुत सारी समस्या आ रही है. उन्होंने कहा भारंडीहा मौजा,थाना नंबर 614 के खाता नंबर 98, 102, 16, 17, 146 ,147 में 1964 में सर्वे में जाति भूमिज के स्थान पर खतियान में जाति सरदार लिख दिया गया है. जिस कारण ऑनलाइन जाति प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है.
सरदार कोई जाति नहीं
बैठक में कहा गया कि इसके पूर्व 1932 के सर्वे में खतियान में जाति भूमिज लिखा हुआ था. जो कि सही था. सरदार कोई जाति नहीं है बल्कि हमलोग भूमिज जाति के लोग हैं और खाता नंबर 50,51 और 117 मौजा भारंडीया थाना 614 सर्वे खतियान 1964 में कुछ परिवार के खतियान में जाति भूमिज लिखा हुआ है जो कि सैकड़ों साल से यहां रह रहे हैं. कम से कम 40 परिवार के खतियान में सरदार लिखा हुआ है. जिससे इन परिवार के बच्चों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है.
मंत्री से लेकर विधायक तक को दी जानकारी, नहीं निकला समाधान
ग्रामीणों ने कैबिनेट मंत्री जोबा मांझी एवं विधायक सुखराम उरांव को भी अपनी समस्या से अवगत कराया था. मंत्री ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया था कि उन लोगों की समस्या जल्द से जल्द समाधान किया जायेगा. जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल बंदगांव पहुंचे एवं अंचल अधिकारी अरुण कुमार सिंह के पास पहुंचा एवं वार्ता की. लेकिन सीओ द्वारा किसी भी तरह का समस्या का समाधान करने का आश्वासन नहीं मिलने के कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. ग्रामीणों ने कहा सरकारी गलती के कारण ही सर्वे में गलती हुआ है. जबकि 1932 के खतियान में सही लिखा गया था. सरकारी विभाग 1964 के खतियान में गलत तरीका से लिख दिया है. जिसका अभिलंब सुधार होना चाहिए.
क्या कहते हैं ग्राम मुंडा
ग्राम मुंडा मंगल सरदार ने कहा कि इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए जल्द ही उपायुक्त से भेंट किया जाएगा .जिससे समस्या का समाधान हो सके और बच्चों का जाति प्रमाण पत्र बन सके. इस मौके पर उपमुखिया हेमलता सरदार,विद्यालय के प्रधानाध्यापक आदित्य कुमार बेहरा, दुखन सरदार,सुनील सरदार, रुईदास सरदार, दुर्गा सरदार, बुधराम सरदार, पंगला सरदार, सोमवारी सरदार ,रविवारी सरदा,र इतवारी सरदार, सरजू सरदार, रेखा सरदार, गंगा सरदार, उषा सरदार, धर्म सरदार ,शिवराम सरदार ,गुरुचरण सरदार समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.