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नक्सलियों का झारखंड बंद : लोहरदगा और गुमला में बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन ठप, नहीं चली लंबी दूरी की बसें

jharkhand news: मंगलवार को नक्सलियों के झारखंड बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला. लोहरदगा जिले में बॉक्साइट ट्रक और लंबी दूरी की बसें नहीं चली, वहीं सरकारी कार्यालय और अन्य जगहों पर सामान्य दिनों की भांति चहल-पहल दिखी. वहीं, गुमला में इसका असर देखने को मिला.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2022 7:07 PM

Jharkhand News: नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा झारखंड बंद का असर देखने को मिला. लोहरदगा जिले में जहां बॉक्साइट ट्रक और लंबी दूरी की यात्री बसें नहीं चली, वहीं गुमला में भी बॉक्साइट का कारोबार ठप रहा. नक्सलियों के डर के कारण जारी प्रखंड स्थित बैंक ऑफ इंडिया नहीं खुले.

नक्सलियों का झारखंड बंद : लोहरदगा और गुमला में बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन ठप, नहीं चली लंबी दूरी की बसें 3

लोहरदगा में बंद का असर

लोहरदगा जिले में बंद का आंशिक असर रहा. नक्सलियों के झारखंड बंद के कारण बॉक्साइट ट्रकों का परिचालन ठप रहा. वहीं, लंबी दूरी की यात्री बसों का परिचालन भी कम रहा. हालांकि, रांची-लोहरदगा यात्री पैसेंजर ट्रेन निर्धारित समय के अनुसार स्टेशन पहुंची. वहीं, सरकारी कार्यालयों में बंद का कोई असर नहीं देखा गया. बैंक, स्कूल, पोस्टऑफिस सहित अन्य सरकारी कार्यालय आमदिनों की तरह खुले रहे. बंद का असर बाजार में भी देखने को नहीं मिला. सामान्य दिनों की तरह दुकान खुले रहे. त्योहार को लेकर लोगों का आवागमन जारी रहा. कपड़े सहित अन्य दुकानों में खरीदार आम दिनों की तरह पहुंचे और खरीदारी की. बंद को देखते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा चौक-चौराहों में चौकसी बढ़ा दी थी.

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गुमला में भी बॉक्साइट का कारोबार रहा ठप

भाकपा माओवादी के बंद का गुमला जिला अंतर्गत डुमरी, जारी, चैनपुर, रायडीह, बिशुनपुर और घाघरा में व्यापक असर रहा. इस क्षेत्र में नक्सलियों का खौफ देखा गया. नक्सली डर से इन क्षेत्रों में बसें नहीं चली. दुकानें भी बंद रही. जारी प्रखंड में तो सरकारी कार्यालय में अधिकारी व कर्मचारी गिने-चुने पहुंचे. जारी में बैंक भी बंद रहा. घाघरा और बिशुनपुर में बॉक्साइट का कारोबार ठप रहा. इससे करोड़ों रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ है. बस ऑनर एसोसिएशन के सचिव शिव सोनी ने बताया कि 200 बसों में मात्र 25 बस चली. बस सिर्फ गुमला से सिसई, भरनो व बेड़ो होते हुए रांची रूट में चली है. अन्य क्षेत्रों में बस नहीं चली. बस नहीं चलने से लाखों रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है.

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डुमरी : माओवादियों का बंद असरदार

डुमरी प्रखंड में माओवादियों का एक दिनी झारखंड बंद असरदार रहा. बंद के दौरान चौक चौराहा, पेट्रोल पंप में सन्नाटा पसरा रहा. वहीं होटल, गुमटी, किराना इलेक्ट्रॉनिक दुकान बंद रही. बैंक, मुख्यालय खुले रहे. लेकिन, ग्रामीणों की संख्या नगण्य रही. सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा. इक्के-दुक्के दो चार पहिया वाहनों का परिचालन हुआ. लोग अपने अपने घरों में दुबके रहे. किसी प्रकार की अप्रिय समाचार की सूचना नहीं है.

जारी : माओवादी खौफ, बैंक नहीं खुली

जारी प्रखंड में माओवादयों का खौफ दिखा. बंद का व्यापक असर रहा. अमगांव चौक, गोविंदपुर चौक, भिखमपुर चौक एवं अन्य भीड़भाड़ चौराहा स्थित सभी दुकानें बंद रही. सड़कों पर सन्नाटा था. प्रखंड मुख्यालय खुला रहा. लेकिन प्रखंड कर्मी व ग्रामीण नहीं पहुंचे. बैंक ऑफ इंडिया जारी शाखा पूर्णतः बंद रहा. जिसके कारण कोई लेन-देन नहीं हुआ. प्रखंड के कमलपुर से रांची जाने वाली सभी बसें निर्धारित स्थान पर खड़ी रही. दूसरी ओर सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए थानेदर अमर पोद्धार अपने दल बल के साथ गश्ती करते नजर आये. समाचार लिखे जाने तक थाना क्षेत्र में कहीँ भी किसी तरह का अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.

भरनो : माओवादी का बंद बेअसर रहा

भरनो प्रखंड में भाकपा माओवादियों का झारखंड बंद बेअसर रहा. बंद के बावजूद ब्लॉक, बैंक, सरकारी कार्यालय, दुकान, प्रतिष्ठान खुले रहे. सड़कों पर बड़ी छोटी सभी वाहनों का परिचालन सुचारू रहा. चौक चौराहा में सामान्य स्थिति रही. सुरक्षा के दृष्टिकोण से थानेदार कॄष्ण कुमार तिवारी ने विभिन्न क्षेत्रों में गश्ती किया साथ ही ब्लॉक चौक पर वाहन जांच किया.

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घाघरा-बिशुनपुर : बॉक्साइट ट्रक नहीं चली

घाघरा व बिशुनपुर प्रखंड में बंद का व्यापक असर देखा गया. खासकर बॉक्साइट माइंस व उत्खनन क्षेत्रों में खौफ था. नक्सली डर से ट्रकों का परिचालन नहीं हुआ. इससे करोड़ों रुपये का व्यवसाय प्रभावित हुआ है. ट्रक नहीं चलने से होटल सहित गैरेज व कई छोटी बड़ी दुकानें बंद रही.

रायडीह-चैनपुर : बसें नहीं चलीं, परेशानी

रायडीह व चैनपुर प्रखंड में बंद का असर देखा गया. बसों का परिचालन नहीं हुआ. जिससे लोगों को परेशानी हुई. दुकानें बंद रही. हालांकि, चैनपुर में मंगलवारी जुलूस निकलने के कारण लोगों की भीड़ मुख्यालय में रही. परंतु ग्रामीण क्षेत्रों की सभी दुकानें बंद रही.

पालकोट : बसों का परिचालन नहीं हुई

पालकोट प्रखंड में बंद का आंशिक असर रहा. पालकोट के सभी दुकानें रोजाना की तरह खुली रही. इसके अलावा बैंक, पेट्रोल पंप खुली रही. यात्री बस नहीं चलीं. जिस कारण लोगों को आने जाने में परेशानी हुई. माओवादी बंदी को लेकर पालकोट पुलिस लगातार गश्ती करते रही.

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रिपोर्ट : लोहरदगा से गोपी कृष्ण कुंवर और गुमला से दुर्जय पासवान.

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