बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय ने शनिवार को सिल्क एक्पोर्ट प्रोमोशन काउंसिल के साथ एमओयू किया है. इस के तहत काउंसिल बीबीएमकेयू के विद्यार्थियों को एक्सपोर्ट एक्टिविटीज के जरूरी प्रशिक्षण और जानकारी मुहैया करायेगा. काउंसिल की ओर से विवि के लिए रिसोर्स पर्सन उपलब्ध करवाया जायेगा, जो विवि में सिल्क से संबंधित सभी प्रोग्राम को सफल बनाने में मदद करेंगे. इस एमओयू पर विवि की ओर से कुलपति प्रो पवन कुमार पोद्दार और इंडियन सिल्क एक्पोर्ट प्रोमोशन काउंसिल की ओर से संस्थान के वाइस चेयरमैन डॉ विमल मंडाविया ने हस्ताक्षर किया. इससे पहले विवि के एकेडमिक ब्लॉक में आयोजित व्याख्यान को डॉ विमल मंडाविया ने संबोधित किया. उन्होंने छात्रों को निर्यात से संबंधित कई जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि देश में बने किसी भी वस्तु के निर्यात से विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है. इसलिए एक्सपोर्ट राष्ट्र के विकास के लिए जरूरी है.
उन्होंने प्रधानमंत्री की लोकल टू ग्लोबल एंड फैशन टू फौरन का जिक्र करते हुए युवाओं को स्टार्टअप के लिए प्रेरित किया. उन्होंने एक्सपोर्ट के फायदे-नुकसान के अलावा एक्सपोर्ट पॉलिसी के विषय में भी बताया. इसके पूर्व उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रभारी कुलपति प्रो डॉ पवन कुमार पोद्दार ने कहा : न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार आज विद्यार्थियों को डिग्री के साथ स्किल की भी जानकारी जरूरी की गयी है. कहा कि सिल्क मैन ऑफ इंडिया के नाम से जाने जाने वाले विमल मंडाविया के व्याख्यान विद्यार्थियों में ऊर्जा भरने का काम करेंगे. इस अवसर पर सभी विभाग के विभागाध्यक्ष, बीबीएमकेयू के सभी अधिकारी और सभी शिक्षक मौजूद थे.
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