बरसात के दिनों में पारसनाथ पर्वत से निकले सीतानाला में बाढ़ आ जाती है. बाढ़ खत्म होने के बाद भी नदी पार करते समय बाइक सवार गिरकर घायल हो जाते हैं. यहां के ग्रामीण सांसद चंदप्रकाश चौधरी और विधायक सुदिव्य कुमार सोनू से दर्जनों बार पत्राचार करते हुए पुल निर्माण की मांग कर चुके हैं. मधुबन पंचायत मुख्यालय से पिपराडीह ग्राम की दूरी महज पांच किलोमीटर है, लेकिन बाढ़ के चलते चिरकी-खुखरा ग्राम होते हुए पिपराडीह ग्राम आने में दूरी करीब 17 किलोमीटर तय करनी पड़ती है.
तिसरी प्रखंड की खटपोक पंचायत अंतर्गत राणाडीह में नल जल योजना के कार्य के दौरान दो माह पूर्व गड्ढा कर छोड़ दिया गया है. इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार ने गड्ढा करवाया था. इसके बगल में बोरिंग भी की गयी, लेकिन बाद में यहां काम नहीं हुआ. इधर, गड्ढा को वैसे ही छोड़ दिया गया. इस गड्ढा में एक बच्चा गिरकर घायल हो गया. वहीं, के गिरने से मौत हो गयी है. बावजूद इसके ना ही ठेकेदार और ना जनप्रतिनिधि ने इस पर ध्यान गे रहे हैं.
देवरी प्रखंड की भेलवाघाटी पंचायत अंतर्गत बरमसिया-घाटा मोड़ से गरंग जाने की सड़क की स्थिति काफी जर्जर हो गयी है. इससे घाटा, बरमसिया, गरंगघाट, चंदली समेत अन्य गांव के लोगो को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सड़क का कालीकरण 10 पूर्व करया गया था. इसके बाद से इस सड़क की कभी मरम्मत ही नहीं हुई. मरम्मत के अभाव में सड़क जर्जर होते चली गयी. वर्तमान में सड़क पर सिर्फ पत्थर ही बचा है. चार पहिया वाहन तो किसी तरह पार कर जाते हैं, लेकिन साइकिल व दो पहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है. हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
धनवार-सरिया मुख्य सड़क के गंगापुर केडी स्कूल चौक से राजा भंडार तक लगभग आधा किमी कच्ची सड़क का हाल बेहाल है. यह कोड़ाडीह-झारखंडधाम रोड का शाखा पथ भी है. इससे प्रतिदिन सैकड़ों छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता है. केडी इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं से भरी बसें भी इस मार्ग की से चलती हैं. कच्ची सड़क होने के कारण बरसात में इसकी स्थिति चलने-फिरने लायक नहीं रह जाती है. रोड के दोनों तरफ कुछ दूर गहरे-गहरे खेत भी हैं, जहां सड़क बरसात में बह जाती है. ऐसे में दुर्घटना की आशंरा भी बढ़ जाती है.
डाकबंगला-गांडेय मुख्य मार्ग से सटे भंडरकुंडा होकर घाटकुल जाने वाली सड़क पर कुछ दूर तक कीचड़ जमा हो गया है. इस समस्या के समाधान को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने बैठक की गयी. अध्यक्षता पंसस प्रतिनिधि नूर मोहम्मद ने की. घाटकुल नीचे टोला में सड़क से कीचड़ साफ कराने व सर्वसम्मति से रास्ते को दुरुस्त करने पर जोर दिया गया.