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Jharkhand: महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की आत्महत्या मामले की जांच के लिए साहिबगंज पहुंची सीबीआई की टीम

साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की आत्महत्या मामले में सीबीआई की जांच शुरू हो चुकी है. इसी कड़ी में आज तड़के चार बजे सीबीआई की टीम साहिबगंज पहुंची. यहां सीबीआई की दो सदस्यीय टीम आत्महत्या मामले में जांच पड़ताल करेगी. बताते चलें कि झारखंड हाईकोर्ट ने इसे रेयरेस्ट ऑफ द रेयर केस माना है.

By Rahul Kumar | September 7, 2022 10:16 AM

Jharkhand News: साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की आत्महत्या मामले में सीबीआई की जांच शुरू हो चुकी है. इसी कड़ी में आज तड़के चार बजे सीबीआई की टीम साहिबगंज पहुंची. यहां सीबीआई की दो सदस्यीय टीम आत्महत्या मामले में जांच पड़ताल करेगी. बताते चलें कि झारखंड हाईकोर्ट ने इसे रेयरेस्ट ऑफ द रेयर केस मानते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिये थे. इसके बाद सीबीआई की ओर से जांच शुरू किया. इससे पूर्व सीबीआई की टीम ने रांची में भी इस मामले की जांच की थी. इसके बाद अब साहिबगंज पहुंच कर जांच की प्रक्रिया शुरू करेगी.

हाइकोर्ट ने माना रेयरेस्ट ऑफ दे रेयर केस

बताते चलें कि झारखंड हाइकोर्ट में सुनवाई के दौरान जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा था कि यह रेयरेस्ट ऑफ दे रेयर केस है. सीबीआई जांच के लिए मामला पूरी तरह फिट है. अदालत ने सीबीआई की ओर से उपस्थित अधिवक्ता राजीव सिन्हा से कहा था कि सीबीआई अविलंब रूपा तिर्की मौत मामले की जांच की जिम्मेवारी संभाले. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई के बाद अदालत ने राज्य सरकार की दलील को खारिज करते हुए उक्त फैसला सुनाया.

मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी

अदालत ने सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न आदेशों का हवाला देते हुए सीबीआई को जांच हैंड ओवर करने का निर्देश दिया. कहा कि रूपा तिर्की की मां ने एसपी को जो शिकायत दी थी, उसे प्राथमिकी में तब्दील नहीं किया गया. मामले में अनुसंधानकर्ता (आइओ) को बार-बार बदला गया. ऐसे में इसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है. ज्ञात हो कि प्रार्थी देवानंद उरांव (रूपा तिर्की के पिता) ने क्रिमिनल रिट याचिका दायर की थी. उन्होंने रूपा तिर्की आत्महत्या मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी. उनका कहना था कि रूपा तिर्की ने आत्महत्या नहीं की है. उसकी हत्या की गयी है. योजनाबद्ध तरीके से हत्या कर उसे आत्महत्या दर्शाया गया है. झारखंड पुलिस की जांच पर उन्हें भरोसा नहीं है. निष्पक्ष जांच के लिए मामले को सीबीआई को हैंडओवर करने की मांग की थी.

क्या है पूरा मामला

रूपा तिर्की की तीन मई को संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई थी. उनका शव साहिबगंज स्थित उनके सरकारी क्वार्टर में फंदे से लटकता मिला था. इस मामले में पहले यूडी केस दर्ज हुआ था. बाद में साहिबगंज के बोरियो थाने में नौ मई 2021 को आरोपित दारोगा शिव कुमार कनौजिया पर खुदकुशी के लिए प्रेरित करने की धारा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.

तारीखों में रूपा तिर्की मामला

तीन मई 2021 : महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की फंदे से झूलती लाश पुलिस लाइन स्थित उनके क्वार्टर के कमरे में मिली.

चार मई : परिजन पहुंचे साहिबगंज, रूपा तिर्की का शव भेजा गया रांची

पांच मई : यूडी केस दर्ज, क्वार्टर सील, जांच कमेटी गठित, रूपा का अंतिम संस्कार

छह मई : झारखंड पुलिस एसोसिएशन की टीम ने मामले की ली जानकारी.

सात मई : शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को मिली.

आठ मई : रूपा के सहयोगियों से पूछताछ. अनुसंधानकर्ता बदला. पूछताछ के दौरान प्रेमी शिव कनोजिया गिरफ्तार.

तीन मई 2021 को साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की का अपने आवास में फंदे से लटकता मिला था शव

नौ मई : पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले के खुलासे का किया दावा

10 मई : साहिबगंज पुलिस की एक जांच टीम रांची आयी. परिजनों से की मुलाकात.

17 मई : मामले में पुलिस के अनुसंधान और विभिन्न पहलुओं की जानकारी लेने पहुंची आइजी.

आठ जून : सीएम ने मामले में न्यायिक जांच का दिया आदेश

25 जून : न्यायिक आयोग के अध्यक्ष से मिले डीजीपी. मामले में दी जानकारी

26 जुलाई : सेवानिवृत्त न्यायाधीश विनोद गुप्ता मामले की जांच करने साहिबगंज सर्किट हाउस पहुंचे

11 अगस्त : फॉरेंसिक टीम पहुंची साहिबगंज. जिस क्वार्टर से रूपा का शव मिला था वहां का सैंपल लिया

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