रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित 14वें इंडिया इंटरनेशनल मेगा ट्रेड फेयर के समापन सत्र में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. इस दौरान उनके साथ राज्यसभा सांसद डॉ महुआ मांझी, मुख्यमंत्री के सचिव आईएएस विनय चौबे, JCCI के अध्यक्ष किशोर मंत्री सहित कई लोग शामिल थे. सीएम हेमंत सोरेन ने कई बातों को इस सत्र के दौरान रखा और कहा कि खनिज संपदा और प्राकृतिक सौन्दर्य होने के बावजूद जब झारखंड का नाम पिछड़े राज्यों में आता है तो उन्हें दुख होता है, लेकिन अब समय बदल रहा है.
साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां पहले भी ट्रेड फेयर का आयोजन किया जाता था लेकिन, पहली बार झारखंड के ट्रेड फेयर में इतनी ज्यादा संख्या में विदेश के लोग भी शामिल हुए है. इससे सबसे अधिक फायदा यह हुआ है कि उन्हें भी अपनी चीजों को यहां दिखाने का अवसर प्रदान किया गया और उससे बहुत कुछ सीखने को भी मिला. ऐसे में राज्य में उद्योग को बढ़ाने का यह बेहतर प्रयास हो रहा है.
आगे उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि इस तरह के प्रयासों को और मजबूती मिले और सरकार इसके लिए बढ़-चढ़कर सहयोग करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि उद्योग के क्षेत्र में क्रांति लाने वाला मदर इंडस्ट्री हमारे राज्य में ही है. साथ ही देश का पहला फर्टलाइजर फैक्ट्री भी झारखंड में ही लगा था. लेकिन हमें जहां पहुंचना चाहिए हम नहीं पहुंच पाए है. अब हमारा प्रयास है कि हम उस मुकाम पर पहुंचे जहां जाना हम चाहते है. उन्होंने कहा कि ऐसे में चैम्बर ऑफ कॉमर्स से सुझाव चाहूंगा ताकि राज्य का नाम देश के अग्रणी राज्यों में किया जा सके.
देश की आजादी से पहले से राज्य में औद्योगिकीकरण शुरू हो चुका था. टाटा, बिरला, कोल कंपनियां राज्य से लगातार जुड़ती रही है. एचइसी जैसी औद्योगिक संस्था के अलावा देश का पहला फर्टिलाइजर फैक्ट्री भी राज्य का हिस्सा है. राज्य पूर्व में एकीकृत बिहार, ओड़िसा और पश्चिम बंगाल का हिस्सा रही है. इन सब के बावजूद राज्य झारखंड को औद्योगिकीकरण के क्षेत्र खास पहचान नहीं मिली है. लक्ष्य से पीछे है और राज्य पीछड़े राज्यों की गिनती में आती है. इसे बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार पहल कर रही है.
जानकारी हो कि इस आयोजित 14वें इंडिया इंटरनेशनल मेगा ट्रेड फेयर में 14 राज्य और 10 देशों ने भाग लिया. वहीं, आयोजनकर्ताओं का कहना है कि इतना प्यार और अपनापन देखने के बाद हमारा संकल्प है कि आने वाले दिनों में 20 देश और 20 राज्यों को लाया जाएं. बता दें कि इस आयोजित 14वें इंडिया इंटरनेशनल मेगा ट्रेड फेयर में 350 से अधिक स्टॉल लगे थे. साथ ही अफगानिस्तान, बांग्लादेश, ईरान, थायलैंड सहित 10 देश के उद्यमी यहां शामिल हुए थे.
वहीं, राज्यसभा सांसद डॉ महुआ मांझी ने कहा कि यह मेला इतना अधिक सफल रहा कि इसकी गूंज झारखंड के बाहर वाले राज्यों में भी सुनाई दे रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य के सीएम हेमंत सोरेन महिला उद्यमी सहित कई योजना को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे है. साथ ही हमारा प्रयास है कि हर वर्ग तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुचने का हम प्रयास कर रहे है.