झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर केंद्रीय चिकित्सकों और पारा मेडिकल कर्मियों की मदद मांग की है. सीएम प्रधानमंत्री को पत्र में इस बारे में भी बताया कि राज्य में 18 मार्च तक सौ से भी कम मरीज थे लेकन एक महीने के अंदर ही मरीजों की संख्या 3000 से अधिक हो गई है.
पीएम को लिखे पत्र में हेमंत ने कोरोना के दूसरे लहर के बारे में कही ये बात
मुख्यमंत्री ने पत्र में लिखा है कि कोरोना की पहली लहर में 90 प्रतिशत मरीजों में लक्षण नहीं थे और उन्हें ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की जरूरत नहीं पड़ती थी. और अनुमान लगाया गया था कि टीकाकारण की उपलब्धता के कारण कोरोना की दूसरी लहर अधिक असरकारी नहीं होगी. पर मार्च से कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रसार देखने को मिल रहा है.
In wake of the surge of the 2nd wave of #COVIDー19 in Jharkhand, I have written today to Prime Minister @narendramodi’ji to allow the use of doctors and paramedical associated with high number of Central Paramilitary Forces stationed in the state to support us in this battle . pic.twitter.com/spM7H58sdb
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 17, 2021
सीएम ने लिखा है झारखंड एक लैंडलॉक्ड राज्य है जो अपनी सीमाएं पांच राज्यों जैसे कि यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के साथ साझा करता है. इन राज्यों से प्रतिदिन काफी संख्या में आवागमन हो रहा है. इससे समस्या बढ़ी है.
झारखंड में बढ़ रही है कोरोना संक्रमितों की संख्या
झारखंड में शुक्रवार को 24 घंटे के दौरान 56 लोगों की मौत हो गई थी और 3843 नए संक्रमित मरीज मिले थे. इसके बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 23 हजार 45 हो गई.
आज आयोजित हुई सर्वदलीय बैठक
आज हुई सर्वदलीय बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्षी पार्टी बीजेपी के सुझाव और सहयोग की सराहना की. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से फिलहाल जो हालत है वह किसी से छुपी नहीं है और न ही इसे छुपाया जा सकता है. सरकार की नजर कोरोना जांच में तेजी लाने पर है. सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के हर व्यक्ति की कोरोना जांच हो.
सर्वदलीय बैठक में शामिल होने वाले सभी दलों के माननीय नेताओं और सदस्यों द्वारा अपने-अपने विचार रखने के लिए मैं धन्यवाद देता हूँ।
पूर्व की भाँति, इस बार भी हम राज्यवासियों के साथ मिलकर कोरोना को हरायेंगे। बेहतर प्रबंधन और सामंजस्य के साथ कोरोना फ़िर हारेगा, और झारखण्ड जीतेगा। pic.twitter.com/l63nhHecWG— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) April 17, 2021
उन्होंने कहा कि जब हमारे पास कोरोना जांच के लिए RTPCR टेस्ट लैब नहीं थे, तब से हम जंग लड़ रहे हैं. अब हर जिले में जांच हो रही है. उन्होंने बताया कि सैंपल जांच के लिए कोबास मशीन 20 से 25 दिन में राज्य में उपलब्ध हो जाएगी. हर जिले में 50 बेड ऑक्सीजन वाले होंगे.
Posted By: Shaurya Punj