धनबाद : चोरी का कोयला लेकर बेधड़क दर्जनों थाना और चेकनाका पार कर गये 80 हजार ट्रक
धनबाद ही नहीं रांची, बोकारो, रामगढ़ व कोलकाता के शातिर खिलाड़ी व सफेदपोश भी शामिल हैं. राज्यकर विभाग ने ऐसी 45 फर्जी (शेल) कंपनियों का खुलासा किया है.
धनबाद, सुधीर सिन्हा : जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) के नाम पर कोयले की लूट जारी है. शेल कंपनी (फर्जी कंपनी) बनाकर अरबों रुपये के चोरी के कोयले की खरीद-बिक्री की जा रही है. इससे ना केवल कोल कंपनियों काे अरबों रुपये का नुकसान हो रहा है, बल्कि जीएसटी के रूप में सरकार को मिलने वाले टैक्स में हेराफेरी से सरकार को भी करोड़ों का चूना लग रहा है. इस खेल में धनबाद ही नहीं रांची, बोकारो, रामगढ़ व कोलकाता के शातिर खिलाड़ी व सफेदपोश भी शामिल हैं. राज्यकर विभाग ने ऐसी 45 फर्जी (शेल) कंपनियों का खुलासा किया है.
जानकारी के अनुसार 18 माह में इन 45 शेल कंपनियों के नाम पर 80 हजार 895 ट्रक चोरी का कोयला शहर से बाहर निकल गया. ये ट्रक रास्ते में पड़ने वाले दर्जनों थाना व चेक पोस्ट से पास हुए, पर किसी ने ना तो रोका और ना हीं कागजों की जांच करने की कोशिश की. दूसरी ओर नियम कहता है कि सरकार की एजेंसी राज्यकर, जीएसटी सेंट्रल, खनन विभाग, डीटीओ व पुलिस 24 घंटे जांच में लगी रहती है. और इन 18 माह में 16 अरब, छह करोड़, 88 लाख, पांच हजार, चार सौ आठ (16068805408 करोड़) रुपये का चोरी का कोयला बेच दिया गया. इससे सरकार को एक अरब, 61 करोड़, 19 लाख (161.19 करोड़) रुपये टैक्स का चूना लगा.
कैसे होता है खेल
किसी गरीब को दस या बीस हजार रुपये महीना देने का लालच देकर उसका आधार कार्ड व बिजली बिल ऐसे धंधेबाज ले लेते हैं, फिर उसी के आधार पर रेंट एग्रीमेंट का कागजात तैयार करते हैं. पेन नंबर उसके नाम से बनाया जाता है. उस व्यक्ति के नाम पर फर्जी कंपनी के नाम से आनलाइन निबंधन कराया जाता है. इन कंपनियों से एक माह में करोड़ों का ई-वे बिल जनरेट किया जाता है. ई-वे बिल (परमिट) के माध्यम से दो नंबर के कोयले को दूसरे राज्यों में खपाया जाता है.
नियमत: किसी भी कंपनी को माह की दस तारीख को जीएसटीआर-1 भरना होता है, फिर माह के 20 तारीख को जीएसटीआर-3 बी रिटर्न दाखिल करना होता है. लेकिन ऐसी फर्जी कंपनियां यह नहीं भरती हैं. जब तक जांच शुरू होती है, तब तक फर्जी कंपनियां करोड़ों का ई-वे बिल निकालकर चोरी का कोयला दूसरे राज्यों में भेज देती हैं. जांच के बाद ना तो कंपनी मिलती है और ना ही कंपनी के बिजनेस सेंटर के पते का कुछ सत्यापन होता है और सबकुछ बस कागजों में रह जाता है.
उठ रहे हैं सवाल
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सरकारी एजेंसी राज्यकर, जीएसटी सेंट्रल, खनन विभाग, डीटीओ व पुलिस विभाग के किसी ने भी एक भी गाड़ी के कागजात की क्यों नहीं की जांच
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विभिन्न कोयला खदानों से कैसे निकला 20 लाख टन कोयला
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फर्जी कंपनी के नाम पर कैसे हो रहा निबंधन, स्पॉट जांच में क्यों नहीं पकड़ी गयी गड़बड़ी
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महिलाओं के नाम पर बन रही हैं फर्जी कंपनियां, फिर भी जांच क्यों नहीं
तीन दिन में आटो रजिस्ट्रेशन के कारण फर्जी कंपनियों का स्वत: हो जाता है निबंधन
तीन दिन में आटो रजिस्ट्रेशन का प्रावधान है. अगर कोई कंपनी जीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए आनलाइन आवेदन करती है और अगर तीन दिन के अंदर स्पॉट वेरिफिकेशन नहीं हुआ, तो उस कंपनी का स्वत: रजिस्ट्रेशन हो जाता है. सीएसटी सेंट्रल में सबसे अधिक फर्जी कंपनियों का स्वत: रजिस्ट्रेशन हुआ है.
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धनबाद से जुड़ी छह कंपनियों की भी जांच हुई शुरू
जिले में छह अन्य कंपनियों ने भी चार माह में 21.31 करोड़ रुपये के माल का ई-वे बिल निकाला है. सभी छह कंपनियां धनबाद से जुड़ी हैं. इनकी जांच भी शुरू हो गयी है. इनमें शामिल हैं :नायक इंटरप्राइजेज (एक करोड़ 91 लाख), अली ट्रेडिंग कंपनी (12 करोड़), हनुमान ट्रेडर्स ( 2 करोड़ 18 लाख), कन्हैया इंटरप्राइजेज (1 करोड़ 93 लाख), मां काली इंटरप्राइजेज (1 करोड़ 67 लाख), सफुदीन इंटरप्राइजेज (1 करोड़ 62 लाख). ये सभी छह कंपनियां जीएसटी सेंट्रल से रजिस्टर्ड हैं. सूत्रों के अनुसार इनकी सूची सेंट्रल जीएसटी को भेजी गयी है. सेंट्रल जीएसटी ने जांच शुरू कर दी है.
जिनके नाम पर थाना व चेक पोस्ट से पास हुए चोरी के कोयला लदे 80 हजार ट्रक
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शबाना खातून, एकता नगर रोड, रांची
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अनवर अंसारी, जंगलपुर, गोविंदपुर, धनबाद
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रूही परवीन, नया बाजार, धनबाद स्टेशन रोड, धनबाद
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रजिया खातून, चौरसिया अपार्टमेंट, राजगंज, धनबाद
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सलमा खातून, करकेंद, केंदुआ बाजार, धनबाद
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सपना देवी, स्टेशन रोड, नया बाजार, धनबाद
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उमेश यादव, करकेंद, केंदुआ, धनबाद
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मो शहबाज आलम, अंसारी कॉलोनी के पास, सुलतान नगर, पिंड्राजोड़ा, बोकारो
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दीपक कुमार सिंह, गोविंदपुर, बलियापुर रोड, धनबाद
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कीर्ति सिंह, सरायढेला रोड, धनबाद
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हुलसी देवी, जोगी राम कॉम्प्लेक्स, गोविंदपुर, धनबाद
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सुनील दास, कोलाकुसमा रोड, धनबाद
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मल्लिका बीबी, राजभितीया, गोविंदपुर विलेज रोड, धनबाद
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दिनेश अग्रवाल, महात्मा गांधी मेन रोड, रांची
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बेबी शर्मा, संस्कृत कॉलेज, अपर बाजार राजाहट्टा, रांची
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नसरीन परवीन, डुमारकुंडा, चिरकुंडा रोड, धनबाद
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पूजा साहा, शर्मा मार्केट, जेपी नगर, धुर्वा, रांची
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राजेश कुमार, गोलडन बस्ती, धनबाद-गोविंदपुर, करमाटांड़
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शहनाज बानो, राजा हट्टा, संस्कृत कॉलेज, रांची
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मो दाउद अंसारी, हीरापुर, चंद्रशेखर आजाद नगर, धनबाद
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इंद्रजीत राय, अलकडीहा, थाना रोड, झरिया, धनबाद
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अरुण कुमार, चिरकुंडा ग्रांड ट्रंक रोड, धनबाद
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मुकेश कुमार सिंह, सोनबरसा मेन रोड, सोनबरसा, कटकमसांडी, हजारीबाग
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कृष्णा कुमार अग्रवाल, दीपक राय, बैंक मोड़, मिट्ठू रोड, धनबाद
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अरुण ठाकुर, मेन रोड, कुजू बस्ती, हेसागढ़ा, रामगढ़
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प्रवीण कुमार शर्मा, भारत विकास परिषद, झरिया लाल बाजार, धनबाद
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अरविंद कुमार, गोविंदपुर, करमाटांड़, धनबाद
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रेखा देवी, श्रीराम प्लाजा, बैंक मोड़, धनबाद
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अमित करमाली, हीरापुर, पीटी रोड वीआईपी कॉलोनी, धनबाद
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सबिया खातून, तिवारी प्लाजा, शास्त्रीनगर, बैंक मोड़, धनबाद
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कुणाल कुमार, खुशी अपार्टमेंट, राजभीतिया, करमाटांड़, धनबाद
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अजय मिश्रा, पाथलडीह, नुनूडीह बस्ती, धनबाद
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शशिभूषण कुमार, राम नगर कॉलोनी, चास, बोकारो
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अफसाना खातून, मेदिना मस्जिद कादिर मोहल्ला, चिरकुंडा, धनबाद
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उसूम नरजारी, खुशी अपार्टमेंट, राजभीतिया, गोविंदपुर, धनबाद
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अरमान सिंह, जयसवाल टावर, राजभीतिया, गोविंदपुर, धनबाद
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शहनाज बानो, श्रीराम प्लाजा, बैंक मोड़, धनबाद
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योगेंद्र कुमार, करकेंद धनबाद, केंदुआ बाजार
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रणजीत कुमार,केंदुआ बाजार, करकेंद, धनबाद
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गीता कपूर, भारत पेट्रोल पंप केंदुआ, करकेंद रोड, धनबाद
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सोमारी देवी, हनुमान मंदिर, मथुरा नगर, करमाटांड़, धनबाद
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अफसाना खातून, बलियापुर रोड, बारामुरी सालुखछपरा, निरसा, धनबाद
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इमदादुलाह अंसारी, करकेंद, केंदुआ बाजार, धनबाद
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अजाद हुसैन, कुसुंडा, कतरास रोड, धनबाद
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गुलापशा परवीन, करकेंद, केंदुआ खटाल, धनबाद