इरफान अंसारी के बाद झारखंड के कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप-नमन विक्सल कोंगाड़ी भी जेल से रिहा
वे लोग जेल से बाहर निकले हैं. पूरी घटना के पीछे किसकी साजिश है, इसका पता लगायेंगे. वहीं, इरफान अंसारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उन लोगों के अच्छे संबंध हैं. उन्होंने कहा कि दीदी को किसी ने गुमराह किया है.
जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी की जेल से रिहाई के दो दिन बाद झारखंड के दो और विधायकों राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को भी जेल से रिहा कर दिया गया. इन्हें सोमवार को शाम में रिहा किया गया. दोनों विधायकों को लाने के लिए खुद इरफान अंसारी वहां पहुंचे थे. जेल से निकलने के बाद राजेश कच्छप ने कहा कि राजनीतिक साजिश के तहत उन लोगों को फंसाया गया.
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बोले विधायक- राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया, दीदी को किया गुमराह
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इरफान अंसारी ने कहा- दीदी से मिलकर मालूम करेंगे कि किसकी साजिश थी
आदिवासी दिवस के लिए साड़ी, जर्सी खरीदने आये थे कोलकाता
उन्होंने कहा कि नौ अगस्त को झारखंड में आदिवासी दिवस के लिए वे लोग साड़ी, फुटबॉल खिलाड़ियों के लिए जर्सी खरीदने के लिए कोलकाता पहुंचे थे, लेकिन उनलोगों को बेवजह फंसा दिया गया. कांग्रेस विधायक ने कहा कि पिछले 22 वर्षों से वह कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें सम्मान दिया है. किसी दूसरी पार्टी में जाने का सवाल ही नहीं उठता है.
चंदन कुमार और कुमार प्रतीक अभी भी जेल में
उन्होंने कहा कि अब वे लोग जेल से बाहर निकले हैं. पूरी घटना के पीछे किसकी साजिश है, इसका पता लगायेंगे. वहीं, इरफान अंसारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उन लोगों के अच्छे संबंध हैं. उन्होंने कहा कि दीदी को किसी ने गुमराह किया है. वे लोग जल्द ही दीदी से मिलेंगे और पता लगायेंगे कि ऐसा करने के पीछे क्या मकसद था. वहीं, इस मामले में दो और आरोपी चंदन कुमार और कुमार प्रतीक अभी भी जेल हिरासत में हैं.
30 जुलाई को झारखंड के तीन विधायक हुए थे गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि 30 जुलाई की रात पांचला थाना अंतर्गत रानीहाटी मोड़ पर ग्रामीण पुलिस ने झारखंड के इन तीन विधायकों सहित कुल पांच लोगों को करीब 50 लाख नकदी के साथ गिरफ्तार किया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपा गया. ये सभी जेल हिरासत में थे.