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झारखंड कांग्रेस के विक्षुब्ध विधायक गये दिल्ली, झामुमो में बैजनाथ के साथ सीता भी नाराज

चंपाई सोरेन ने कांग्रेसी विधायकों से करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत की. श्री सोरेन ने बैठक से बाहर निकलने पर मीडिया से कहा कि सारे विधायक सरकार के साथ एकजुट हैं. कहीं कोई परेशानी नहीं है. दिल्ली जाने से किसी को रोकना है क्या?

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2024 6:24 AM

रांची : झारखंड कांग्रेस में विधायकों की नाराजगी कायम है. कांग्रेस के आठ विक्षुब्ध विधायक देर शाम केंद्रीय नेतृत्व से मिलने दिल्ली रवाना हो गये. वे लोग आलाकमान के सामने अपनी बातें रखेंगे. विक्षुब्ध कांग्रेसी विधायक मंत्री के रूप में पुराने चेहरे को फिर से मौका देने से नाराज हैं. इन्होंने प्रदेश नेतृत्व को अल्टीमेटम दिया है कि चारों मंत्री को हटायें, नहीं तो विधानसभा सत्र में नहीं जायेंगे. इधर झामुमो में बैजनाथ राम के बाद सीता सोरेन ने भी मंत्री पद नहीं मिलने पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. हालांकि बसंत सोरेन ने कहा कि उनकी अभी भाभी से बात हो गयी है. उनकी आशंकाएं दूर कर दी गयी है और पूरा परिवार एकजुट है. शनिवार को विधायकों ने राजधानी रांची के एक होटल में बैठक की. शनिवार की बैठक से विक्षुब्ध गुट के कुछ विधायक दूर रहे. विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, रामचंद्र सिंह, नमन विक्सल कोंगाड़ी और पूर्णिमा नीरज सिंह ने बैठक से अपने को दूर रखा. इधर बैठक के दौरान कांग्रेसी विधायकों से मिलने झामुमो नेता व मंत्री बसंत सोरेन पहुंचे.

चंपाई सोरेन ने कांग्रेसी विधायकों से करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत की. श्री सोरेन ने बैठक से बाहर निकलने पर मीडिया से कहा कि सारे विधायक सरकार के साथ एकजुट हैं. कहीं कोई परेशानी नहीं है. दिल्ली जाने से किसी को रोकना है क्या? विधायक दिल्ली क्यों नहीं जा सकते हैं. इधर झामुमो में भी नाराजगी है. लातेहार विधायक बैजनाथ राम अब भी अड़े हैं. उनका कहना है कि 24 घंटे पूरे होने का इंतजार करेंगे. जामा विधायक सीता सोरेन ने कहा कि मैं अब पद के लिए गिड़गिड़ाने नहीं जाऊंगी. सीता सोरेन ने मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से मुलाकात की. दोनों के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई. वहीं बैजनाथ राम को पार्टी के नेता मना रहे हैं.

इधर सीता सोरेन ने भी जतायी नाराजगी

मंत्री पद नहीं मिलने पर सीता सोरेन ने भी नाराजगी जाहिर की है. विधानसभा के सत्र के दौरान उन्होंने कहा था कि शिबू सोरेन का आशीर्वाद मिल गया है. श्रीमती सोरेन ने प्रभात खबर से बात करते हुए कहा कि बड़ी बहू होने के नाते स्वाभाविक रूप से उनका दावा बनता है. उन्होंने कहा कि स्व दुर्गा सोरेन ने झामुमो को खड़ा करने में जो मेहनत की है, वह जनता जानती है. पर उनके निधन के 16 वर्षों में ही पार्टी ने उनके योगदान को भुला दिया है. श्रीमती सोरेन ने कहा कि वह अब मंत्री पद के लिए किसी के पास गिड़गिड़ाने नहीं जायेंगी. वह अपनी बेटी जयश्री सोरेन को दुमका लोकसभा सीट से चुनाव की तैयारी करा रही हैं. पार्टी टिकट दे या न दे. जयश्री चुनाव जरूर लड़ेगी. मैंने मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से मुलाकात की है. उन्हें सारी बातों से अवगत करा दिया है. अब वे क्या फैसला लेते हैं यह देखना है. इधर लातेहार के झामुमो विधायक बैजनाथ राम ने कहा कि पार्टी को दो दिन का समय दिया है, जो रविवार को पूरा होगा. सोमवार को मैं बताऊंगा कि मेरा अगला कदम क्या होगा.

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