West Bengal News : झारखंड के तीनों कांग्रेस विधायक बीजेपी नेता से मिलने मंदारमनी जा रहे थे. इसके लिए इन्होंने साल्टलेक के शैक्षिणक संस्थान से कैश लिया था. इसी दौरान पश्चिम बंगाल के हावड़ा में शनिवार रात (30 जुलाई) को पांचला के रानीहाट मोड़ पर वाहन चेकिंग के दौरान इन्हें हिरासत में लिया गया था. पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ के बाद झारखंड के तीनों विधायकों राजेश कच्छप, नमन विक्सल कोंगाड़ी एवं इरफान अंसारी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था. रविवार को हावड़ा कोर्ट में पेशी के बाद इन्हें 10 दिनों की हिरासत में भेज दिया गया है.
बीजेपी नेता से मिलने जा रहे थे कांग्रेस विधायक
पश्चिम बंगाल की हावड़ा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पूछताछ में इन लोगों ने बताया है कि शनिवार को ही वे लोग गुवाहाटी से कोलकाता पहुंचे थे. यहां आने के बाद वे लोग कोलकाता के साल्टलेक स्थित एक नामी-गिरामी शैक्षणिक संस्थान पहुंचे और वहां से नकदी लेकर पूर्व मेदिनीपुर के मंदारमनी जाने के लिए रवाना हो गये थे. विधायकों ने बताया कि मंदारमनी में एक भाजपा नेता से उनलोगों को मुलाकात करनी थी. भाजपा नेता का नाम क्या है, इसका खुलासा नहीं हो सका है. गाड़ी में मिले नकदी के बारे में कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि ये रकम उनलोगों ने शैक्षणिक संस्थान से ही ली थी.
सीआईडी जांच पर बीजेपी का आरोप
एक शैक्षणिक संस्थान से इतनी रकम क्यों ली और संस्थान ने उन्हें रुपये क्यों दिये, इसका स्पष्ट जवाब पुलिस अधिकारियों को नहीं मिला. बताया जा रहा है जांच के क्रम में सीआईडी के अधिकारी इस संस्थान से भी पूछताछ करेंगे. वहीं, इस मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपे जाने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद सुकांत मजूमदार ने कहा कि सीआईडी एक गैर-पेशेवर संस्था है. सीआईडी से लोगों का विश्वास खत्म हो चुका है. पूर्व में ऐसे कई मामले हैं, जिसकी जांच का जिम्मा सीआईडी को दिया गया था, लेकिन जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं की गयी.
रिपोर्ट : कुंदन झा, हावड़ा, पश्चिम बंगाल