Jharkhand News धनबाद : कोरोना वायरस के नये वैरिएंट ‘ओमीक्रोन’ को लेकर एक ओर जहां पूरी दुनिया चिंतित हो गयी है, वहीं जिले में किट की कमी से जांच प्रभावित हो रही है. किट के अभाव में शनिवार को सिर्फ 1410 सैंपल की ही जांच की गयी. इसमें आरटीपीसीआर 1000, ट्रूनेट 13 व रैपिड किट से 397 जांच हुई. यहां रैपिड जांच किट भी खत्म हो गया है. इस कारण धनबाद स्टेशन और जिलों की सीमा पर जांच प्रभावित हो गयी है. धनबाद स्टेशन पर ट्रूनेट वीटीएम उपलब्ध कराया गया है.
जिले में कोरोना वायरस के पीक में पांच हजार से अधिक सैंपल की जांच होती थी. इसमें आरटीपीसी की संख्या 2000 से अधिक होती थी. लेकिन अब प्रतिदिन दो हजार जांच भी नहीं हो पा रही है. यही स्थिति रही तो जिले में कोरोना वायरस की नयी लहर को रोकना मुश्किल हो जायेगा.
जिले में रैपिड जांच किट खत्म हो गया है. इस कारण स्टेशन पर जांच प्रभावित है. यहां ट्रूनेट से सैंपल लिया जा रहा है. कुछ किट को इमरजेंसी के लिए बचा कर रखा गया है. वहीं दूसरी ओर ट्रूनेट का वीटीएम भी लगभग खत्म होने वाला है. जल्द इसकी खरीदारी नहीं की जाती है, तो ट्रूनेट जांच भी बंद हो जाएगी. सिर्फ आरटीपीसीआर जांच हो पायेगी.
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल आने वाले सभी मरीजों की जांच नहीं हो रही है. आंकड़ों की मानें तो यहां 500 से एक हजार तक मरीज हर दिन आते हैं. यहां सिर्फ 300 से 400 का सैंपल लिया जा रहा है.
बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की धनबाद स्टेशन पर जांच नहीं हो रही है. वहीं दूसरी ओर सड़क मार्ग से भी लोग सीमा पर बिना जांच के ही जिले में प्रवेश कर रहे हैं. इसे खतरे की घंटी माना जा सकता है. जिले में बाहर से आने वालों की जांच नहीं होने से यह भी पकड़ में नहीं आ रहा है कि कितने संक्रमित जिले में घूम रहे हैं.
जांच किट की कमी है. किट मंगवाने का प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही किट उपलब्ध हो जायेगा. इसके बाद जांच की गति भी बढ़ेगी. धनबाद स्टेशन व बॉर्डर के इलाकों में सख्ती बढ़ायी गयी है.
डॉ राजकुमार सिंह, जिला सर्विलांस पदाधिकारी
Posted By : Sameer Oraon