झारखंड में युवक ऑक्सीजन के लिए डॉक्टरों से करता रहा मिन्नतें, नहीं मिला तो लगायी फांसी, पढ़ें बदइंतजामी और लापरवाही की दर्दनाक कहानी
मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि वहां न ऑक्सीजन की व्यवस्था थी. न ही कोरोना से संबंधी आवश्यक दवा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सांस लेने में हो रही तकलीफ के कारण उसे ऑक्सीजन की जरूरत थी. नीरज रात भर चिल्लाता रहा कि उसे कोई ऑक्सीजन लगा दे, पर किसी ने उसकी बात नहीं सुनी. असहनीय पीड़ा के कारण उसने फांसी लगा जान दे दी. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि युवक कोरोना संक्रमित होने के कारण तनाव में था.
Coronavirus Update Jharkhand, Garhwa Coronavirus Update गढ़वा : ऑक्सीजन नहीं मिलने पर गढ़वा सदर अस्पताल के कोविड सेंटर में भर्ती कोरोना संक्रमित युवक नीरज उपाध्याय (40 वर्ष) ने फांसी लगा दे दी जान. सोमवार की सुबह उसका शव ग्रिल से लटकता मिला. गमछे से उसने फांसी लगा ली थी. मझिआंव के करकट्टा गांव निवासी नीरज उपाध्याय की रिपोर्ट 14 अप्रैल को पॉजिटिव आयी थी. इसके बाद उन्हें कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया था.
मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि वहां न ऑक्सीजन की व्यवस्था थी. न ही कोरोना से संबंधी आवश्यक दवा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सांस लेने में हो रही तकलीफ के कारण उसे ऑक्सीजन की जरूरत थी. नीरज रात भर चिल्लाता रहा कि उसे कोई ऑक्सीजन लगा दे, पर किसी ने उसकी बात नहीं सुनी. असहनीय पीड़ा के कारण उसने फांसी लगा जान दे दी. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि युवक कोरोना संक्रमित होने के कारण तनाव में था.
घटना के बाद पूरे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया.
रविवार से अलग था मरीज का बर्ताव :
वार्ड में भर्ती मरीजों के अनुसार रविवार की रात बर्ताव कुछ अलग था. घटना से पहले रात को उसने खाना खाया था. रात नौ बजे से पहले वह शोर मचा रहा था अौर कह रहा था कि कोई तो ऑक्सीजन लगा दे, पर किसी ने उसकी नहीं सुनी. अगर समय उसे अॉक्सीजन मिल जाता, तो शायद उसकी जान बच सकती थी. मरीजों ने बताया कि सुबह जब लोग जगे, तो गेट के सहारे उक्त युवक का शव लटकता पाया.
रात नौ बजे से ऑक्सीजन की कर रहा था मांग, पर किसी ने नहीं दिया ध्यान
परिजन बोले : तड़प-तड़प कर हुई नीरज की मौत , अस्पताल प्रबंधन बोला : डिप्रेशन में था युवक
छह दिनों से सदर अस्पताल स्थित कोविड वार्ड में था इलाजरत
दोषी पर कड़ी कार्रवाई होगी : सिविल सर्जन
सिविल डॉ सर्जन दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि पॉजिटिव होने के बाद मृतक डिप्रेशन में था. इस कारण शायद उसने आत्महत्या कर ली हो. यह दुखद है. जो लोग ड्यूटी पर थे, उन्हें शो-कॉज किया जा रहा है़ जांच में दोषी पाये गये लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
Posted By : Sameer Oraon