सस्ते का माल महंगे में बेच कर मालामाल हो रहे हैं बालू माफिया, मुनाफे का हिसाब किताब रह जाएंगे दंग
सस्ते का माल महंगे में बेच कर मालामाल हो रहे हैं ‘पीला सोना’ का धंधा करनेवाले माफिया. बेजड़ा यार्ड से "4710 में लोड होता है ट्रक पर 300 सीएफटी बालू, धनबाद में हो जाती है "10000 कीमत
धनबाद : कहा जाता है कि बालू माफिया या खनन माफिया के आगे क्या नेता, क्या संतरी… सभी सिर झुकाते हैं. पूर्वी टुंडी के बेजड़ा घाट पर होने वाला बालू खनन और इसे ऊंची कीमतों पर बेचने का धंधा इसका सबूत है़ बेजड़ा स्टॉक यार्ड से 4710 रुपये में एक ट्रक बालू लोड होता है. इस पर 300 क्यूबिक फीट (सीएफटी) माल लदा होता है, जिसे धनबाद के गोल बिल्डिंग के पास लाकर 10000 रुपये से अधिक कीमत पर बेचा जाता है.
मतलब दोगुनी से अधिक कीमत पर जनता खरीदती है. अब आप बालू के धंधे का गणित थोड़ा-थोड़ा समझ गये होंगे. असल में ‘पीला सोना’ का करोड़ों रुपये का काला कारोबार यूं ही बेधड़क नहीं चल रहा है. एक अनुमान के मुताबिक, बराकर नदी के बेजड़ा घाट से रोजाना पांच लाख क्यूबिक फीट (सीएफटी) से ज्यादा बालू निकल रहा है. पूर्वी और पश्चिमी टुंडी में जिन बालू घाटों की नीलामी हुई है, वहां खनन की तय सीमा से ज्यादा बालू निकाला जा रहा है. यानी बिना चालान के भी बालू का खनन हो रहा है.
चालान ट्रैक्टर का, लोडिंग ट्रक पर :
दिलचस्प यह कि ट्रैक्टर के चालान पर ट्रक पर बालू लोड किया जा रहा है. बेजड़ा घाट पर प्रति नाव ट्रैक्टर लदाई का 1600-1700 रुपया लिया जाता है. वहीं चालान के नाम पर प्रति 100 सीएफटी 570 रुपये लिया जाता है. बालू लदा यह ट्रैक्टर स्टॉक यार्ड ले जाया जाता है.
वहां रात में ट्रक, हाइवा, 407 और ट्रैक्टर पर लोड कर गंतव्य के लिए रवाना किया जाता है. स्टॉक यार्ड में प्रति 100 सीएफटी चालान का 570 रुपये व लोडिंग का प्रति 100 सीएफटी 1000 रुपया लगता है. यानी यहां कीमत 4710 रुपये पड़ती है. यही बालू धनबाद पहुंचकर 10000 रुपया से अधिक का हो जाता है. कहें तो ग्राहकों को दाेगुनी कीमत से अधिक पर खरीदनी पड़ती है. बेजड़ा घाट पर होनेवाले खनन में स्थानीय ग्रामीण शामिल हैं.
जानें धंधे का क्या है गणित
बेजड़ा घाट पर प्रति नाव लिया जाता है 1600-1700 रुपया
चालान के नाम पर लेते हैं प्रति 100 सीएफटी “570
स्टॉक यार्ड में प्रति 100 सीएफटी चालान का 570 रुपये व लोडिंग का प्रति 100 सीएफटी ” 1000 लगता है
एक अनुमान के मुताबिक रोजाना पांच लाख सीएफटी से ज्यादा निकल रहा बालू
एक दर्जन से अधिक स्टॉक यार्ड अवैध तरीके से चल रहे
पूर्वी और पश्चिमी टुंडी में धड़ल्ले से हो रही बालू की लूट
एक अनुमान के मुताबिक रोजाना पांच लाख सीएफटी से ज्यादा निकल रहा बालू
एक दर्जन से अधिक स्टॉक यार्ड अवैध तरीके से चल रहे
पूर्वी और पश्चिमी टुंडी में धड़ल्ले से हो रही बालू की लूट
लाइसेंसधारक का कमीशन चालान के रुपयों में ही
पूर्वी व पश्चिमी टुंडी में एक दर्जन से अधिक बालू के स्टॉक यार्ड अवैध तरीके से संचालित किये जा रहे हैं. यार्ड का संचालन करने वालों से लेकर घाटों पर बालू का अवैध खनन करने वाले मनमानी कीमत वसूल रहे हैं. बताया जाता है कि बालू का स्टॉक करने वाले लाइसेंसधारक का कमीशन चालान के 570 रुपये में ही शामिल है.
100 सीएफटी बालू में लाइसेंस धारक को करीब 250 रुपये कमीशन प्राप्त होता है. दोनों प्रखंडों में बालू के करीब एक दर्जन स्टॉक यार्ड हैं. इनमें से छह स्टॉक यार्ड ही वैध हैं. खनन विभाग ने पूर्वी टुंडी में तीन और पश्चिमी टुंडी में तीन बालू घाट की नीलामी की है, जबकि टुंडी में एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर बालू का स्टॉक किया जा रहा है. सभी जगहों पर बने अवैध स्टॉक यार्ड वन भूमि अथवा सरकारी जमीन पर संचालित हैं.
Posted By : Sameer Oraon