Cow Smuggling News Jharkhand, Dhanbad Crime News ( नीरज अंबष्ट ) धनबाद : उत्तर प्रदेश और बिहार से धनबाद के रास्ते गोवंशीय पशुओं की तस्करी कर पश्चिम बंगाल भेजने का धंधा चल ही रहा है. अब पशु तस्करी के लिए भी कोयला की तरह पासिंग कोड का इस्तेमाल किया जाने लगा है. अभी पासिंग कोड है मनोहर दुबे. जीटी रोड (नयी दिल्ली-कोलकाता हाइवे) के माध्यम से बड़े पैमाने पर जानवरों को पश्चिम बंगाल भेजा जा रहा है.
हर दिन औसतन 250 से 300 गाड़ियों से पशुओं की तस्करी हो रही है. इस काम में एक बड़ा गिरोह पहले से सक्रिय है. हाल ही में इसमें रांची के सिंडिकेट की इंट्री हुई है.
उत्तर प्रदेश और बिहार से पशु लदे वाहनों को धनबाद घुसने से पहले जीटी रोड पर जगह खड़ा किया जाता है. गिरोह के सदस्य पहले से वहां मौजूद रहते हैं. इसके बाद शाम ढलने का इंतजार किया जाता है.
फिर वाहनों को धनबाद के जीटी रोड में इंट्री मिल जाती है. गाड़ी जैसे ही धनबाद के जीटी रोड पर बढ़ती है, सिस्टम सक्रिय हो जाता है. हर गाड़ी से वसूली होती है. जीटी रोड में पड़नेवाले खास अड्डे पर चढ़ावे के बाद गाड़ियां झारखंड की सीमा पार कर जाती हैं. इस दौरान यदि सिंडिकेट के बाहर की गाड़ी मिली, तो उसे पकड़ लिया जाता है. फिर उनसे भी वसूली कर छोड़ दिया जाता है.
तोपचांची थाना पुलिस ने 31 अगस्त को पशु लदे 60 वाहनों को जब्त किया था. इसमें से 300 मवेशियों को उतारा गया था. इस दौरान कई वाहन के चालक व खलासी भाग गये थे. पुलिस पर आरोप लगा था कि कुछ वाहनों को पुलिस ने छोड़ दिया. इसके बाद एसएसपी ने मामले की जांच धनबाद सिटी एसपी को सौंपी थी. गाड़ियां क्याें पकड़ी गयी और क्यों छोड़ दी गयी, इसकी जांच चल रही है.
Posted By : Sameer Oraon