धनबाद: भय के महौल में काम करना मुश्किल हो गया है, जहां जीवन के 25 साल दे दिए अब वहां रहने में डर लग रहा है. लोगों का सहयोग नहीं मिल रहा है, ऐसे में धनबाद में रहना नहीं है. दोपहर में ही जिले से बाहर चला गया हूं. बाहर में ही शिफ्ट होने की तैयारी कर रहा हूं, वापस धनबाद में नहीं आना है.
उक्त बातें जिले के जाने-माने सर्जन डॉ समीर कुमार ने मंगलवार की देर रात प्रभात खबर से बातचीत में कही. कहा कि मार्च महीने से ही छोटू सिंह फोन कर धमकी दे रहा है. एक करोड़ रंगदारी व हर माह पांच लाख रुपये देने को कहा जा रहा है. नहीं देने पर जान मारने की धमकी दे रहा है. उन्होंने कहा कि आईएमए के साथ पुलिस प्रशासन से गुहार लगायी गयी. लेकिन कोई पहल नहीं दिख रही है. फोन आने का सिलसिला चल ही रहा है.
उन्होंने कहा कि मामले में लिखित शिकायत एसएसपी को दी गयी है. उनसे मिल कर कार्रवाई की मांग की गयी. प्रशासन पर भरोसा है. लेकिन डर-डर कर जीने से अच्छा है इस शहर को छोड़ कर चला जाऊं. आखिर उनका भी परिवार है. अभी पत्नी के साथ चले गए हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल इस माहौल से निकलने की कोशिश है. दूसरे जगह हमेशा के लिए शिफ्ट भी हो जायेंगे. लोग भी पीठ पीछे कह रहे हैं कि डॉ समीर के साथ ठीक ही हुआ है. जबकि आजतक पैसे को अहमियत दिये बना मरीजों का इलाज किया है.
प्रभात खबर की टीम रात करीब 8.30 बजे उनके आवास पर पहुंची. इस दौरान जानकारी जुटाने पर पता चला कि डॉ समीर कुमार और उनकी पत्नी डॉ निकिता सिन्हा दोनों सुबह 9 बजे की वाहन से निकले थे. इसके बाद वापस नहीं आए है. अपार्टमेंट के उनके फ्लेट में ताला लटका हुआ था. इसके बाद उनके क्लिनिक मटकुरिया स्थित सुयांश क्लिनिक पहुंचने पर पता चला कि दोपहर करीब 3 बजे के बाद दोनों अस्पताल से निकल गए. इस दौरान कर्मचारी को कहा गया कि नये मरीज को भर्ती नहीं लेना है.
अस्पताल में पहुंचने पर वहां मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि चार पांच दिनों तक डॉ समीर कुमार नहीं आएंगे. कर्मचारियों से भर्ती मरीज के बारे में जानकारी लेने पर बताया गया कि सभी मरीज स्वस्थ है उन्हें छुट्टी देने की तैयारी है. उसने बताया कि डॉ समीर ने नये मरीज के भर्ती लेने को मना किया है. रात 9.30 बजे के बाद मेन गेट को बंद कर दिया गया.
उनके अपार्टमेंट के नीचे में डॉ समीर कुमार के दो वाहन खड़े थे. एक ही वाहन से डॉ समीर व उसकी पत्नी निकली है. वहीं दो वाहन उनके अपार्टमेंट के नीचे में खड़े थे. इस दौरान उनका मोबाइल नंबर भी बंद आ रहा था. रात 9 बजे के बाद उनका मोबाइल नंबर ऑन हुआ.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने डॉक्टरों पर हो रहे हमले व रंगदारी के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है. आईएमए के जिला सचिव डॉ सुशील कुमार ने बताया कि डॉक्टरों के बीच भय का माहौल बना हुआ है. इस परिस्थिति में काम करना मुश्किल है. कहा कि आए दिन जिला के चिकित्सकों पर हमले तथा रंगदारी की मांग अन्यथा परिवार समेत जान से मारने की धमकी को ध्यान में रखते हुए आइएमए धनबाद ने 9 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया है. सभी प्रकार की सेवाएं बाधित रहेंगी.
Posted By: Sameer Oraon