हजारीबाग पुलिस ने गोलीबारी के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. चारों की गिरफ्तारी सिवान नदी के समीप इचाक जंगल से हुई है. घटना मुफ्फसिल थाना क्षेत्र का है. पुलिस फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है. जानकारी के मुताबिक सभी लोग मृतक लक्ष्मण पांडे की हत्या में शामिल हैं. जिला एसपी मनोज रतन चौथे ने बताया कि गोलीबारी में मारे गये अपराधी लक्ष्मण पांडे की मौत वर्चस्व की लड़ाई में हुई है.
बताया जाता है कि मारे गये अपराधी लक्ष्मण पांडे, अरविंद हेंब्रम गिरोह का सदस्य है. लक्ष्मण पांडे और घायल अरविंद हेंब्रम अपने सहयोगियों के साथ मिलकर लूटपाट, डकैती की घटना को अंजाम देता था. मृतक लक्ष्मण पांडे पर इचाक और रामगढ़ थाना में कई मामले दर्ज हैं. अपराधी अरविंद हेंब्रम दर्जनों बार जेल गया है. जबकि मृतक लक्ष्मण पांडे भी कुछ ही दिन पहले जेल से बाहर आया था. एसपी ने कहा कि मृतक लक्ष्मण और अरविंद के बीच लूट की राशि के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया था.
इसके बाद अरविंद हेंब्रम से अलग होकर लक्ष्मण और महेंद्र साव एक अलग गिरोह बनाया था. उनकी दो पत्नियां हैं. उनमें से एक महेंद्र साव की मां किरण भी है. इस वजह से अरविंद और महेंद्र के बीच दुश्मनी हो गयी थी.
विवाद के बाद मृतक लक्ष्मण पांडे और महेंद्र साव ने अलग गिरोह बना लिया था. 20 अप्रैल को लक्ष्मण पांडे सीता गढ़ स्थित अरविंद हेंब्रम के घर आया. इसके बाद लक्ष्मण पांडे और महेंद्र साव एक साथ एक मोटरसाइकिल से झुमरा चले गये. वहां से दोनों महेंद्र के एक रिश्तेदार के घर इचाक चले गये. दोनों को साथ घूमते देख अरविंद को अच्छा नहीं लगा और सिवान नदी के समीप फायरिंग कर दी. इस घटना में लक्ष्मण पांडे मारा गया और महेद्र साव घायल हो गया. हालांकि, इस घटना में अरविंद को भी गोली लगी है, फिलहाल वो अस्पताल में भर्ती है. अरविंद को गोली कैसे लगी, पुलिस इसकी जांच में जुटी हुई है.
जानकारी के अनुसार अपराधी अरविंद हेंब्रम, लक्ष्मण पांडे और समेत छह अपराधियों ने कई जुओं के अड्डों से 50 लाख रुपये की लूट की घटना को अंजाम दिया था. आशंका ये भी जतायी जा रही है कि लूट के रुपये की बंटवारा को लेकर गोली बारी हुई है. घटना स्थल से सात खोखा पुलिस ने बरामद किया है.
घटना के बाद मुफ्फसिल और इचाक पुलिस ने छापामारी अभियान चलाया. इसमें जंगल से चार अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.