आंदोलनरत लोगों ने पूर्व सांसद डॉ रवींद्र राय के वाहन पर किया हमला, जान बचाकर किसी तरह भागे, जानें मामला
कल धनबाद में भाजपा के पूर्व सांसद रवींद्र राय की गाड़ी पर लोगों ने हमला कर दिया. दरअसल लोग भोजपुरी, मगही और अंगिका क्षेत्रीय भाषा में शामिल करने की मांग कर रहे हैं. और इसी के चलते लोगों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है
धनबाद : भोजपुरी, मगही और अंगिका को बोकारो-धनबाद की क्षेत्रीय भाषा में शामिल करने के विरोध में रविवार को बोकारो के नगेन मोड़ से धनबाद के महुदा तक 40 किमी लंबी मानव शृंखला बनायी गयी. झारखंडी भाषा संघर्ष समिति के आह्वान पर आहूत इस आंदोलन में दो लाख से अधिक लोग शामिल हुए.
इस दौरान बोकारो के तेलमच्चो पुल के पास भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व कोडरमा के पूर्व सांसद डॉ रवींद्र राय की गाड़ी पर भीड़ ने हमला कर दिया. उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ दिया. वाहन पर लगा नेमप्लेट, पार्टी का बोर्ड व झंडा उखाड़ फेंका. चालक किसी प्रकार वाहन को भगाकर वापस बोकारो ले गया. वाहन में रवींद्र राय बैठे हुए थे. इस मामले में पूर्व सांसद ने चास मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे नगेन मोड़ से शुरू हुई यह मानव शृंखला बोकारो सीमा होते हुए धनबाद के महुदा को पार कर गयी थी. शृंखला बनाने के लिए भाषा का विरोध करनेवाले लोग पूर्वाह्न 10 बजे से ही अपने निर्धारित स्थल पर पहुंचने लगे थे. ग्रामीण इलाकों से निकला लोगों का हुजूम सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहा था.
सड़कों पर रेंगते रहे वाहन :
मानव शृंखला में भाषा संस्कृति मंच चंदनकियारी, बिनोद बिहारी स्मारक समिति, जोहार फाउंडेशन सिलफोर, टाइगर फोर्स और झारखंड युवा मंच के सदस्य भी शामिल हुए. इस दौरान विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए बोकारो के तीन थानाें की पुलिस अतिरिक्त फोर्स के साथ लगी थी. लेकिन सड़क पर लोगों की भीड़ इतनी ज्यादा थी कि आइटीआइ मोड़ से लेकर तलगड़िया मोड़ तक वाहन रेंगते रहे. इस दौरान यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. मानव शृंखला के कारण बोकारो-धनबाद एनएच को वन-वे कर दिया गया था.
हमला करनेवालों की पहचान करे पुलिस : डॉ राय
बोेकारो. रविवार की शाम में सेक्टर 01 स्थित बोकारो परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में डॉ रवींद्र राय ने कहा कि आंदोलन पर किसी का नियंत्रण नहीं था. हजारों की भीड़ जुटा ली गयी थी. आंदोलन बड़ा था, लेकिन पुलिस सड़क पर नहीं दिख रही थी. डॉ राय ने कहा कि उन पर हुए हमले का वीडियो फुटेज प्रशासन को सौंपा गया है. लोगों की पहचान कर कार्रवाई होनी चाहिए.
पूर्व सांसद ने कहा कि मिश्रा पेट्रोल पंप के पास आंदोलनरत लोग वाहन को साइड कर रहे थे. इसी दौरान वहां पहुंचने पर लोगों ने आंदोलन को समर्थन देने की बात कही. जब वह वाहन से उतरे तो लोग नारेबाजी करने लगे. मामला बिगड़ता देखकर अंगरक्षकों ने वाहन में बैठने की बात कही. इसी बीच दर्जनों लोगों ने वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया. वह ड्राइवर की सूझबूझ से सकुशल निकल सके.
Posted By : Sameer Oraon