रांची पुलिस ने आठ साल बाद 1.25 करोड़ की के ठगी के दो लोगों को किया गिरफ्तार, हजारीबाग के हैं दोनों आरोपी
आदित्य धानुका के पिता स्व राजकुमार धानुका उक्त कंपनी के संचालक थे. उनके निधन के बाद आदित्य धानुका ने कार्यभार संभाला. इसके बाद जब शिवम फाइनांस कंपनी का ऑडिट कराया गया
लोअर बाजार थाना पुलिस ने आठ साल पुराने 1़ 25 करोड़ रुपये की ठगी के दो आरोपी तरुण चक्रवर्ती (67) और बागम्बर सिंह (45) को गिरफ्तार किया है. हजारीबाग के कोर्रा थाना क्षेत्र के हरणगंज निवासी तरुण चक्रवर्ती और बगोदर के बुढ़ाचांच निवासी बागम्बर सिंह को मामले के आइओ दारोगा सन्नी डेविड बाड़ा ने उनके घर से गिरफ्तार किया. शिवम फाइनांस कंपनी के संचालक आदित्य धानुका ने 12 मार्च 2015 को उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
क्या है मामला :
आदित्य धानुका के पिता स्व राजकुमार धानुका उक्त कंपनी के संचालक थे. उनके निधन के बाद आदित्य धानुका ने कार्यभार संभाला. इसके बाद जब शिवम फाइनांस कंपनी का ऑडिट कराया गया, तो उसमें 1़ 25 करोड़ रुपये के खर्च का हिसाब नहीं मिला. आदित्य धानुका ने जांच करायी, तो पता चला कि तरुण चक्रवर्ती और बागम्बर सिंह की मिलीभगत से उक्त राशि का गबन किया गया है.
उनसे पूछताछ की गयी, तो दोनों ने रुपये के गबन की बात स्वीकार कर ली और शीघ्र ही पैसा लौटाने की बात कही. काफी इंतजार के बाद जब उनलोगों ने रुपये नहीं लौटाये, तो आदित्य धानुका ने लोअर बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी. इसमें धोखाधड़ी, जालसाजी कर उक्त रुपये का गबन करने का आरोप लगाया गया. इधर, इस संबंध में गबन के आरोपी बागम्बर सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि कि वे कंपनी में चतुर्थवर्गीय कर्मचारी थे, उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है.
समय यह मामला आया, उस समय वह किसी दूसरी कंपनी में काम कर रहे थे. प्राथमिकी के बाद आरोपियों को पुलिस ने कई बार रुपये लौटा कर जमानत लेने के लिए भी कहा. लेकिन उन लोगों ने रुपये नहीं लौटाये. इसके बाद न्यायिक दंडाधिकारी कमलेश बेहरा की अदालत ने उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट दिया. इसी आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया.