नीरज तिवारी हत्याकांड में सात गिरफ्तार, घटना को अंजाम देने के लिए ऐसे सजा रखी थी फील्डिंग, कट्टा-पिस्टल बरामद

नीरज तिवारी हत्याकांड में 7 लोग गिरफ्तार हो गये हैं, हत्या रौनक गुप्ता ने आपसी रंजिश में करवायी थी. जांच में पता चला है कि उनका विवाद नीरज से काफी पुराना है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से कट्टा-पिस्टल बरामद समेत दो बाइक और एक चारपहिया वाहन भी बरामद हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 14, 2021 10:40 AM

Dhanbad Crime News धनबाद : निरसा गांजा बरामदगी कांड के मुख्य आरोपी नीरज तिवारी की हत्या रौनक गुप्ता ने रंजिशन करवायी थी. रौनक का नीरज से काफी दिनों से विवाद चल रहा था. आरोप है कि उसके कहने पर पुलिस ने नीरज तिवारी के कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद रौनक को लग रहा था कि कभी भी नीरज उसकी हत्या करवा सकता है. इसके अलावा भी अन्य कई तरह के विवाद थे.

इसी बात पर रौनक गुप्ता ने योजना बना कर नीरज की हत्या करा दी. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल सात अपराधियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से दो कट्टा, एक पिस्टल, दो बाइक जेएच 10बीजेड 8125 व एक बिना नंबर की बाइक, एक स्कॉर्पियो जेएच 10बीजे 3987, तीन जिंदा कारतूस व पांच मोबाइल जब्त किया गया है.

एसएसपी संजीव कुमार ने सोमवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों को बताया कि कतरास निवासी रौनक गुप्ता, रोहित गुप्ता, कतरास के आकाशकिनारी बस्ती निवासी दिलीप यादव, कतरास भगत मोहल्ला निवासी गणेश गुप्ता, सुजल गुप्ता, कतरास रानी बाजार निवासी प्रिंस स्वर्णकार, हीरापुर जेसी मल्लिक निवासी प्रियरंजन को गिरफ्तार किया गया है. मौके पर एएसपी मनोज स्वर्गियारी, बाघमारा एसडीपीओ निशा मुर्मू, डीएसपी वन अमर पांडेय आदि मौजूद थे.

शूटर आशीष के भाई से मंगवाया हथियार :

एसएसपी श्री कुमार ने पत्रकारों को बताया इस हत्याकांड मेें और तीन लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. उन्होंने बताया कि रौनक गुप्ता ने नीरज की हत्या के लिए पहले रोहित गुप्ता को तैयार किया. शूटर आशीष रंजन के भाई प्रियरंजन से हथियार मंगवाया. सुजल व प्रिंस को रेकी के लिए तैयार किया. गोली मारने के लिए अन्य लोग आये और पूरी फील्डिंग सजायी गयी. उसके बाद नीरज को बुलाया गया और सभी साथ में बैठे थे. इसी दौरान गोली मार कर नीरज तिवारी की हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद भागने के लिए पहले बाइक और उसके बाद स्कॉर्पियो का उपयोग किया गया. घटना को अंजाम देने के बाद सभी इधर-उधर भाग गये.

Posted By : Sameer Oraon

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