Jharkhand Crime News, रांची न्यूज (प्रणव) : दो जून 2015 को झारखंड के हजारीबाग कोर्ट परिसर में गैंगस्टर सुशील श्रीवास्तव को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में शूटर अवतार सिंह को जम्मू के आरएस सेक्टर से गिरफ्तार किया गया है. यह पारा मिलिट्री फोर्स का जवान पूर्व में रहा है. इसके एक और साथी की तलाश की जा रही है. हजारीबाग पुलिस जम्मू पहुंच गयी है. वह ट्रांजिट रिमांड पर अवतार को लेकर हजारीबाग आएगी.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सुशील की हत्या के लिए 40 लाख की सुपारी विकास तिवारी के माध्यम से दी गयी थी. विकास भोला पांडेय की मौत के बाद पांडेय गिरोह की कमान सम्भाल रहा था. इसे पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. अभी यह पलामू जेल में बंद है.
आपको बता दें कि 90 के दशक में सुशील श्रीवास्तव और भोला पांडेय गिरोह काफी सक्रिय था. इनके निशाने पर झारखंड के कई जिलों के कोयला कारोबारी थे. वसूली के इस धंधे में पाडेय गिरोह के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए सुशील श्रीवास्तव गैंग ने एक-एक कर पांडेय गैंग के कई गुर्गों को मारा था. इसी दौरान 2006 में विकास तिवारी भोला पांडेय और उसके भाई किशोर पांडेय के संपर्क में आकर गिरोह से जुड़ा. विकास ने आते ही सुशील श्रीवास्तव गैंग के गुर्गे लालतू की हत्या कर दी गयी. पुलिस ने 2008 में उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
डेढ़ साल जेल में रहने के बाद जब वह बाहर निकला तो पांडेय गैंग में उसे एक भरोसेबंद शार्प शूटर के तौर पर देखा जाने लगा, लेकिन इसी बीच श्रीवास्तव गैंग ने भोला पांडेय की हत्या कर दी. इसके बाद विकास तिवारी और किशोर पांडे ने मिलकर श्रीवास्तव गैंग के कई लोगों की हत्या की. बदले में श्रीवास्तव गिरोह ने 2014 में जमशेदपुर में किशोर पांडेय की उस समय हत्या कर दी जब वह अपने परिवार से मिलने जा रहा था. इसके बाद विकास को लगा कि अगर उसने सुशील श्रीवास्तव को नहीं मारा तो श्रीवास्तव गैंग उसे ठोक देगा. दो जून 2015 को गोरखपुर के दो कुख्यात अपराधी प्रदीप पासवान और राज सिंह सहित अन्य से मिलकर विकास ने सुशील श्रीवास्तव की हजारीबाग कोर्ट परिसर में हत्या करा दी थी.
Posted By : Guru Swarup Mishra