जामताड़ा से साइबर अपराधी गिरफ्तार, ग्राहक सेवा सहायता देने के नाम पर करता था ठगी
जामताड़ा को साइबर क्रिमिनल्स का हब माना जाता है. आज इस जिले का नाम आज देश-विदेश में मशहूर है. बेहद कम पढ़े-लिखे लोग साइबर ठगी में एक्सपर्ट हो गये हैं
साइबर अपराधियों के विरुद्ध पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. दरअसल पुलिस ने जामताड़ा से दिलवर हुसैन नाम के एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. उनके पास से 12 लाख रुपये से अधिक के लेन देन का पता चला है. साथ ही उसके आठ खातों को फ्रीज कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने जो जानकारी साझा की है उसके मुताबिक उसने शिकायतकर्ता से 3.20 लाख रुपये की ठगी की गई है.
दिल्ली पुलिस ने ये भी बताया कि एक लोकप्रिय ऐप के लिए ग्राहक सेवा सहायता देने का नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाता था. बता दें कि जामताड़ा को साइबर क्रिमिनल्स का हब माना जाता है. आज इस जिले का नाम आज देश-विदेश में मशहूर है. बेहद कम पढ़े-लिखे लोग साइबर ठगी में एक्सपर्ट हो गये हैं
इन्हें इतना महारथ हासिल हो चुका है कि ये आम आदमी से लेकर सरकारी अधिकारी और सांसद तक चूना लगा देते हैं. हालांकि, साइबर पुलिस द्वारा लगातार चल रहे अभियान से इसमें काफी हद कमी आयी है. उनकी संपत्ति को जानकर पुलिस भी हैरान हो जाती है.
पुलिस को दी जा रही है खास ट्रेनिंग
देश में पहली बार साइबर सुरक्षा के तहत झारखंड पुलिस को ओपेन सोर्स सिक्यूरिटी इंटेलीजेंस ट्रस्टेड इंसीडेंट अलर्ट (ओसिंट) की ट्रेनिंग दी जा रही है. इससे समय रहते साइबर हमले को रोका जा सकेगा. कुछ समय पूर्व डीजी ट्रेनिंग अनुराग गुप्ता ने इस बारे में कहा था कि आइबी के चुनिंदा अफसरों को यह ट्रेनिंग मिली थी. ट्रेनिंग साइबर विद्यापीठ फाउंडेशन झारखंड पुलिस के कर्मियों को नि:शुल्क दे रहा है. ट्रेनिंग में बेहतर करनेवाले पुलिसकर्मियों को और आगे का एडवांस ट्रेनिंग कोर्स कराया जायेगा.