डीवीसी ने झारखंड के कमांड एरिया के बाहर 100 मेगावाट बिजली की आपूर्ति बंद की, जानें इसकी बड़ी वजह

कोल कंपनियों ने पैसे का भुगतान नहीं करने पर कोयले की आपूर्ति कम कर दी गयी है. जिस कारण डीवीसी के झारखंड के कमांड एरिया का बाहर बिजली की अपूर्ति कम कर दी है. फिलहाल डीवीसी की कुल क्षमता 7700 मेगावाट की है, पर 4800 मेगावाट ही उत्पादन हो रहा है

By Prabhat Khabar News Desk | August 3, 2022 9:45 AM

रांची : डीवीसी के झारखंड स्थित पावर प्लांटों में कोयला संकट गहराने लगा है. कोल कंपनियों को पैसों का भुगतान नहीं किये जाने के कारण कोयले की आपूर्ति कम कर दी गयी है. इधर, कोयले की आपूर्ति कम होने की वजह से डीवीसी के प्लांटों ने उत्पादन घटा दिया है. यानी, क्षमता से कम उत्पादन हो रहा है. डीवीसी द्वारा कमांड एरिया में तो 550 मेगावाट बिजली दी जा रही है, पर कमांड एरिया के बाहर दी जा रही 100 मेगावाट अतिरिक्त बिजली को सोमवार से बंद कर दिया गया है. यह बिजली मुख्यमंत्री के आग्रह पर कमांड एरिया के बाहर दी जा रही थी.

इस संबंध में डीवीसी के अधिकारियों ने बताया कि डीवीसी की कुल क्षमता 7700 मेगावाट की है, पर 4800 मेगावाट ही उत्पादन हो रहा है. इस कारण झारखंड में कमांड एरिया के बाहर दी जा रही अतिरिक्त 100 मेगावाट बिजली आपूर्ति फिलहाल बंद कर दी गयी है. बताया गया कि कोडरमा थर्मल पावर स्टेशन की क्षमता 1000 मेगावाट है, पर उत्पादन 716 मेगावाट ही हो रहा है.

इसी तरह बोकारो थर्मल पावर स्टेशन की क्षमता 500 मेगावाट की है, पर 370 मेगावाट ही उत्पादन हो रहा है. चंद्रपुरा से 500 की जगह 446 मेगावाट उत्पादन हो रहा है. इसी तरह पश्चिम बंगाल के प्लांटों से भी उत्पादन कम किया गया है. डीवीसी ने दावा किया है कि कमांड एरिया को जिलों धनबाद, बोकारो, गिरिडीह, हजारीबाग, रामगढ़, कोडरमा और चतरा में 550 मेगावाट बिजली दी जा रही है.

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