Jharkhand: कमल देवगिरि हत्याकांड के तीसरे दिन प्रशासन का फ्लैग मार्च, संवदेनशील जगहों का लिया जायजा
गिरिराज सेना प्रमुख कमल देवगिरि की हत्या किए जाने के तीसरे दिन एसडीओ रीना हांसदा के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन की ओर से चक्रधरपुर शहर में फ्लैग मार्च किया गया. शहर के माहौल को शांत करने के लिए चक्रधरपुर भवन चौक से फ्लैग मार्च निकालते हुए संवेदनशील क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया गया.
गिरिराज सेना प्रमुख कमल देवगिरि की हत्या किए जाने के तीसरे दिन एसडीओ रीना हांसदा के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन की ओर से चक्रधरपुर शहर में फ्लैग मार्च किया गया. शहर के माहौल को शांत करने के लिए चक्रधरपुर भवन चौक से फ्लैग मार्च निकालते हुए संवेदनशील क्षेत्रों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया गया. पवन चौक से फ्लैग मार्च निकलकर असलम चौक, वार्ड नंबर 10, दंदासाई, भारत भवन चौक, रेलवे क्षेत्र के इतवारी बाजार, रनिंग रूम, मेन रोड, शहीद भगत सिंह चौक, पुरानी रांची रोड, बाटा रोड समेत 17 विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च किया गया.
शांति बनाये रखने की अपील की
इस दौरान शहर के माहौल को शांत बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन में लोगों से अपील की. इधर सोमवार को भी कमल देवगिरी की हत्या करने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोगों ने स्वेच्छा से दुकानें ओर प्रतिष्ठा ने बंद रखा है. तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है.
सोशल मीडिया में भी श्रद्धांजलि का दौर
कमल देवगिरी की हत्या के तीसरे दिन भी लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए अपने व्हाट्सएप स्टेटस एवं फेसबुक स्टेटस पर तस्वीर लगाए रखा है. लगाए गए स्टेटस में कमल देवगिरी के हत्यारों को गिरफ्तार करने की पुलिस प्रशासन से लोगों ने मांग की है. इधर हत्या के बाद से बंद हुए दवा एवं पेट्रोल पंप सोमवार को खुल गए हैं.
क्या है घटनाक्रम
चक्रधरपुर में गिरिराज सेना प्रमुख कमल देवगिरि की हत्या शनिवार की शाम कर दी गई. उनकी हत्या बोतल बम मार कर तब कर दी गई, जब वे रेलवे स्टेशन भारतीय जनता पार्टी के वरीय पदाधिकारियों से मुलाकात कर वापस घर लौट रहे थे. प्राप्त जानकारी के अनुसार वे भाजपा में शामिल होने वाले थे. इसी को लेकर वे मुलाकात करने गए थे. वे अपने एक साथी शंकर सिंह के साथ मोटरसाइकिल से गए थे. वहां से वापस आने के दौरान भारत भवन चौक के पास में उन्हें बोतल बम से मारकर हत्या कर दी गई.