15 नवंबर को खूंटी के उलिहातू आएंगी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, भगवान बिरसा मुंडा को देंगी श्रद्धांजलि
झारखंड स्थापना दिवस के मौके आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि होंगी. राष्ट्रपति ने राज्य सरकार के निमंत्रण को स्वीकार किया है. 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी के उलिहातू भी जाएंगी. राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू का यह पहला आगमन होगा.
Jharkhand Foundation Day: आगमाी 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस और बिरसा मुंडा जयंती समारोह की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू होंगी. वहीं, राष्ट्रपति भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी के उलिहातू भी जाएंगी. उलिहातू में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी. राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू का झारखंड का यह पहला कार्यक्रम होगा.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया स्वागत
इस संबंध में खूंटी के सांसद सह केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने अपने फेसबुक एवं ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा कि जोहार, धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू (खूंटी) में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का हार्दिक स्वागत है.15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है. कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल इस दिवस को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है.
महिला सम्मेलन को संबोधित करेंगी राष्ट्रपति
केंद्रीय मंत्री श्री मुंडा ने कहा कि देश की प्रथम जनजातीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का खूंटी के उलिहातू आना जिलेवासियों के लिए गौरव की बात होगी. राष्ट्रपति उलिहातू में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद खूंटी में आयोजित महिला सम्मेलन सह जनजातीय महिला स्वयं सहायता समूहों को भी संबोधित करेंगी.
राष्ट्रपति ने झारखंड सरकार के निमंत्रण को किया स्वीकार
मालूम हो कि झारखंड स्थापना दिवस और बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि होंगी. झारखंड सरकार द्वारा भेजे गये निमंत्रण को राष्ट्रपति ने स्वीकार किया. वहीं, 15 नवंबर को रांची और खूंटी में होनेवाले समारोह में शामिल होने की स्वीकृति दी है. राष्ट्रपति की स्वीकृति पर सीएम हेमंत सोरेन ने आभार जताते हुए कहा कि वीर शहीदों की इस धरती पर उनका हार्दिक स्वागत है. बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी रह चुकी है.
रिपोर्ट : शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला-खरसावां.