PHOTOS: झारखंड में गणेश चतुर्थी की धूम, चंद्रयान-3, दिल्ली का अक्षर धाम पंडाल बना आकर्षण का केंद्र
झारखंड में बड़े ही धूमधाम से गणेश उत्सव मनाया जा रहा है. शहर में सैकड़ों जगहों पर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है. जगह-जगह आकर्षक पंडाल बनाए गए हैं. गिरिडीह में चंद्रयान-3 तो बोकारो में दिल्ली के अक्षर धाम पंडाल बनाया गया है.
झारखंड में बड़े ही धूमधाम से गणेश उत्सव मनाया जा रहा है. हर-गली मुहल्ले में गणेश उत्सव को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है. शहर में सैकड़ों जगहों पर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है. तेलीपाड़ा, हरि मंदिर, आइआइटी आइएसएम, निरीक्षण भवन, जगजीवन नगर बालाजी मंदिर समेत अन्य जगहों पर गणेशोत्सव का आयोजन किया गया है. पूजा पंडालों के पट खोल दिये गये हैं.
धनबाद के आईएसएम आईआईटी में गणेश पूजा का भव्य आयोजन किया गया है. बप्पा की आरती में सैकड़ों छात्र इकट्ठा हुए हैं.
धनबाद के आईएसएम आईआईटी में स्टूडेंट्स के द्वारा गणेश की पूजा की जा रही है.
इधर, गिरिडीह जिले के हुट्टी बाजार में भी गणेश पूजा की धूम है. इस बार यहां बहुत बड़ा सा पंडाल बनाया गया है. पंडाल को चंद्रयान-3 का भव्य रूप दिया गया है. भव्य पंडाल का निर्माण व आकर्षक विद्युत सज्जा किये गये है. और रंग बिरंगी लाइटों से पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया है.
गणेश पूजा व मेले को लेकर सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है. दूर-दूर से लोग मेला धूमने पहुंच रहे हैं और भगवान गणेश की पूजा कर आर्शीवाद भी ले रहे हैं.
बोकारो के सेक्टर चार स्थित मजदूर मैदान में भी हनुमान दल संगठन के द्वारा गणेश महोत्सव का आयोजन किया गया है. इसका उद्घाटन कांग्रेस नेत्री स्वेता सिंह ने किया. मेले और पंडाल का उद्घाटन के साथ ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. इस बार महोत्सव में आकर्षक का केंद्र दिल्ली के अक्षर धाम के स्वरूप का पंडाल है. पंडाल में 16 फिट का भव्य भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई है, जिसे कोलकाता के कारीगरों के द्वारा बनाया गया है. वहीं, कांग्रेस नेत्री स्वेता सिंह ने कहा की बप्पा का आगमन हुआ है और बप्पा के आते ही वह अपने साथ समृद्धि, सुख और यशवर्य भी अपने भक्तों के लिए लेकर आते हैं. साथ ही मेले के माध्यम से गरीब, ठेला पर दुकान लगाने वाले और मीना बाजार के माध्यम से लोगों को पैसे कमाने का मौका भी मिलता है साथ ही शहर वासी भी इस मेले में अपने परिवार के साथ भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने पहुंचते है और मेले का आनंद लेते है.