Jharkhand: दुर्गापूजा में कोलकर्मियों के लिए खुशखबरी, मिलेगा 76,500 रुपये बोनस

कोल इंडिया के 2.28 लाख कर्मियों के परफॉर्मेंस लिंक्ड रिवार्ड पर फैसला हो गया है. इस वर्ष कर्मियों को 76500 रुपये बोनस के रूप में मिलेंगे. पिछले साल 72,500 रुपये मिला था. सीसीएल व बीसीसीएल समेत कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियों के कर्मियों को एक अक्तूबर तक राशि का भुगतान हो जायेगा.

By Rahul Kumar | September 28, 2022 11:11 PM
an image

Coal India News: कोल इंडिया के 2.28 लाख कर्मियों के परफॉर्मेंस लिंक्ड रिवार्ड (बोनस) पर फैसला हो गया है. इस वर्ष कर्मियों को 76500 रुपये बोनस के रूप में मिलेंगे. पिछले साल 72,500 रुपये मिला था. सीसीएल व बीसीसीएल समेत कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियों के कर्मियों को एक अक्तूबर तक राशि का भुगतान हो जायेगा. पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 4000 रुपये ज्यादा मिले हैं. बुधवार को रांची के सीएमपीडीआइ सभागार में चार यूनियनों के साथ बोनस को लेकर बैठक हुई.

मांग के अनुरूप बोनस संभव नहीं

अध्यक्षता कोल इंडिया के निदेशक कार्मिक विनय रंजन ने की. सबसे पहले कोल इंडिया के अधिकारियों ने मजदूर यूनियनों को वित्तीय स्थिति की जानकारी दी. कहा कि अभी कंपनी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. इस कारण मांग के अनुरूप बोनस देना संभव नहीं है. मजदूर यूनियनों का कहना था कि कोविड के दौरान भी कोयलाकर्मियों ने काफी मेहनत की. इस कारण उत्पादन प्रभावित नहीं हुआ था.

बीसीसीएल पर पड़ेगा 280 करोड़ का भार

बोनस के भुगतान से कोल इंडिया पर लगभग 1600 करोड़ रुपये का भार पड़ेगा. सीसीएल के लगभग 33500, बीसीसीएल के 36500 तथा इसीएल के 50000 कर्मियों के बीच लगभग 650 करोड़ रुपये बंटेंगे. बीसीसीएल पर 280 करोड़ रुपये, सीसीएल पर 250 करोड़ रुपये और इसीएल पर 385 करोड़ रुपये का भार पड़ेगा.

यूनियनों ने रखी थी एक लाख की मांग

मैराथन बैठक में प्रबंधन ने सबसे पहले 64500 रुपये का प्रस्ताव दिया, जिसे यूनियनों ने खारिज करते हुए एक लाख की मांग की. बहुत उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: 76500 पर दोनों पक्षों ने सहमति जतायी. इससे पहले यूनियन प्रतिनिधियों ने उत्पादन बढ़ोतरी लाभ, श्रम शक्ति में कमी की दलीलें देते हुए कम से कम 80000 बोनस की मांग की थी.

ठेका मजदूरों के लिए 10000 पीएलआर की मांग ठुकरायी

मीटिंग में बीएमएस प्रतिनिधि ने ठेका मजदूरों को 10000 पीएलआर देने की मांग की. इस पर निदेशक कार्मिक ने कहा कि यह संभव नहीं है. ठेका मजदूरों को संवैधानिक नियमों के तहत बोनस भुगतान करने का आदेश सभी अनुषंगी इकाइयों को भेज दिया गया है. मीटिंग शुरू होने से पूर्व इसमें शामिल होने वाले प्रतिनिधियों से उनका मोबाइल जमा करवा लिया गया. पहले अधिकारियों के मोबाइल जमा हुए, फिर यूनियन नेताओं के. इससे पूर्व 2020 में सीएमपीडीआइएल में बोनस को लेकर हुई बैठक जैमर एक्टिवेट कर दिया गया था.

बैठक में ये थे मौजूद

बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता, इसीएल डीपी एपी पंडा, एसइसीएल डीपी मनोज कुमार प्रसाद, सीएमपीडीआइएल डीटी सत्येंद्र कुमार गोमस्ते, सीसीएल डीपी हर्षनाथ मिश्रा, एससीसीएल निदेशक (पीएंडडब्ल्यू) एस चंद्रशेखर, एनसीएल डीपी मनीष कुमार, कोल इंडिया के एचओडी (एमपीएंडआइआर) एके चौधरी, कोल इंडिया के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (एफ) सुनील कुमार मेहता, बीएमएस के सुधीर एच घुडके व जयनाथ चौबे, एचएमएस के सुरेंद्र कुमार पांडेय, एटक के रमेंद्र कुमार तथा सीटू के डीडी रामानंदन.

कब-कब कितना मिला बोनस

वर्ष बोनस

2003-04 3300 रुपये

2004-05 3490 रुपये

2005-06 3600 रुपये

2006-07 3600 व 1950 रुपये

2007-08 6000 रुपये

2008-09 8300 रुपये

2009-10 10,000 रुपये

2010-11 17,000 व 3000 रुपये

2011-12 26,500 रुपये

2012-13 31,500 रुपये

2013-14 40,000 रुपये

2014-15 48,500 रुपये

2015-16 54,000 रुपये

2016-17 57,000 रुपये

2017-18 60,500 रुपये

2018-19 64,700 रुपये

2019-20 68,500 रुपये

2020-21 72,500 रुपये

Exit mobile version