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झारखंड : पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया पहुंचे राज्यपाल, बोले- बदलाव के लिए ग्रामीणों को जागरूक होने की जरूरत

पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया स्थित संत निरंकारी मिशन आश्रम पहुंचे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि ग्रामीणों को अपनी समस्या को लेकर अब राजभवन जाने की जरूरत नहीं है. राजभवन खुद गांव तक पहुंचेगा. वहीं, विश्व पर्यावरण दिवस के समापन कार्यक्रम में भी शामिल हुए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 18, 2023 3:45 PM

चाकुलिया (पूर्वी सिंहभूम), राकेश सिंह : झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया स्थित भातकुंडा पहुंचे. यहां संत निरंकारी मिशन आश्रम में आयोजित प्रशासनिक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य में केंद्र सरकार द्वारा संचालित तमाम योजनाएं समाज के अंतिम पायदान तक पहुंच रही है. हमने यह महसूस किया है कि सिर्फ सरकारी सहयोग से ही पूर्ण विकास संभव नहीं है. बदलाव के लिए ग्रामीणों को खुद जागरूक होकर आगे बढ़ने की जरूरत है.

बच्चों को शिक्षित करना हमारी असली संपत्ति

राज्यपाल ने कहा कि अपने बच्चों को शिक्षित करना ही हमारी असली संपत्ति है. शिक्षा प्राप्त करने पर हम कई चुनौतियों से आसानी से निपट सकेंगे. एक परिवार विकसित होगा, तभी समाज, गांव, राज्य और देश विकसित हो सकेगा. उन्होंने अपने संबोधन में लोगों को नशे से दूर रहने की अपील की. गांव में नशा पर रोक लगाने के लिए महिलाओं को आगे आने को कहा. कहा कि नशा मुक्ति समाज के लिए कल्याणकारी साबित होगी.

गांवों तक पहुंचेगा राजभवन

उन्हाेंने अपने गांव की कहानी भी सुनाई. कहा कि वे जिस गांव में रहते थे, वहां महज 20 परिवार के लोग ही निवास करते थे. अपनी समस्याओं को दूर करने में गांव के लोगों को काफी परेशानी होती थी. इसी अनुभव ने ब्रिटिश परंपरा के अंत का विचार मन में लाया. उन्होंने विचार किया कि अब राज्य के लोगों को अपनी समस्याओं के लिए राजभवन जाने की जरूरत नहीं होगी. राजभवन ही लोगों की समस्याओं को सुनने के लिए गांव तक पहुंचेगे. इसी के मद्देनजर राज्य के कई हिस्सों में ग्रामीणों से सीधा संवाद किया जा रहा है.

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राज्य में दो साल में एक करोड़ से अधिक पेड़ लगाने का लक्ष्य

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने ग्रामीणों से सीधा संवाद करते हुए कई आवश्यक सलाह दिये. वहीं, दो ग्रामीणों को वन पट्टा तथा महिला समूहों के बीच एक करोड़ 95 लाख की परिसंपत्तियों का वितरण किया. इसके बाद राज्यपाल विश्व पर्यावरण दिवस के समापन समारोह में शामिल होने के लिए हाईस्कूल मैदान पहुंचे. वृक्षारोपण के बाद उन्होंने सभा को संबोधित भी किया. इस दौरान उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिया. अपने जीवन में आने वाली हर खुशी पर एक पेड़ लगाने तथा झारखंड में अगले दो वर्षों में एक करोड़ से अधिक पौधे लगाने की बात उन्होंने कही.

राज्यपाल ने अंग्रेजी में किया संबोधन, डीडीसी ने हिंदी में किया अनुवाद

उन्होंने कहा कि समाज के उत्थान के लिए पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ औद्योगिकीकरण का विकास जरूरी है. राज्यपाल अंग्रेजी में संबोधित कर रहे थे, जिसे डीडीस मनीष कुमार ने हिंदी अनुवाद किया. इस मौके पर एसएसपी प्रभात कुमार, ग्रामीण एसपी मुकेश कुमार लुणायत, धालभूम एसडीओ पियूष पांडे, घाटशिला एसडीओ सत्यवीर रजक, डीटीओ दिनेश रंजन, बीडीओ देवलाल उरांव, अंचल अधिकारी जयवंती देवगम आदि उपस्थित थे.

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