झारखंड पर बढ़ते कर्ज के बोझ को देखते हुए सरकार कर रही है बजट का आकार घटाने की तैयारी
झारखंड सरकार के चालू वित्तीय वर्ष का बजट आकार अब 101101 करोड़ रुपये के बदले 94387.47 करोड़ रुपये होने का अनुमान है. ऐसा सरकार द्वारा चालू वित्तीय वर्ष के दौरान बजट अनुमान से 6713.53 करोड़ रुपये कम कर्ज लेने के फैसले की वजह से होगा.
रांची : झारखंड सरकार ने राज्य पर बढ़ते कर्ज के बोझ को देखते हुए कम कर्ज लेने की योजना बनायी है. इसी वजह से चालू वित्त वर्ष में बजट आकार अब 101101 करोड़ रुपये के बदले 94387.47 करोड़ रुपये होने का अनुमान है. ऐसा सरकार द्वारा चालू वित्तीय वर्ष के दौरान बजट अनुमान से 6713.53 करोड़ रुपये कम कर्ज लेने के फैसले की वजह से होगा. बता दें कि राज्य पर फिलहाल 1.20 लाख करोड़ का बोझ है.
सरकार को चालू वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में वार्षिक लक्ष्य के मुकाबले 15.37% राजस्व मिला है. यह पिछले वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में मिले राजस्व से 0.69 % अधिक है. राज्य सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए 101101.00 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया था. इसमें राजस्व मद में 83025.16 करोड़ रुपये व पूंजीगत मद में 18075 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान किया गया था.
पूंजीगत राजस्व के इस अनुमान में कर्ज से 18000.00 करोड़ जुटाने का अनुमान किया गया था. सरकार ने प्रथम तिमाही में राजस्व मद से मिलनेवाली राशि में कोई कमी होने की आशंका नहीं जतायी है. लेकिन, राज्य पर बढ़ते हुए कर्ज के बोझ को देखते हुए कर्ज के सहारे 18000.00 करोड़ रुपये के बदले 11362.31 करोड़ रुपये कर्ज लेने की योजना बनायी है. इसलिए बजट आकार 6713.53 करोड़ रुपये कम हो जायेगा.
वार्षिक राजस्व लक्ष्य व वसूली (करोड़ रुपये में)
राजस्व मद लक्ष्य मिला उपलब्धि पिछले वर्ष
जीएसटी 10450.00 2821.77 27.00% 20.52%
स्टांप व निबंधन 1200.00 252.24 21.02% 9.64%
भू-राजस्व 1500.00 388.32 25.89% 2.26%
वाणिज्य कर 6450.00 1628.31 25.25% 20.34%
उत्पाद 2500.00 367.17 14.69% 11.31%
केंद्रीय करों में हिस्सा 27012.16 4721.55 17.48% 17.62%
सहाय्य अनुदान 17405.74 1650.06 9.48 13.28%
14505.94 करोड़ रुपये का राजस्व मिला
महालेखाकार के आंकड़ों के अनुसार, सरकार को चालू वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में सभी स्रोतों से कुल 14505.94 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है. यह बजट आकार का 15.37 प्रतिशत है. पिछले वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में सरकार को वार्षिक लक्ष्य के मुकाबले 14.65 प्रतिशत राजस्व मिला था.चालू वित्तीय वर्ष के दौरान पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले सभी राजस्व स्रोतों से बेहतर राजस्व मिला है.
हालांकि, केंद्रीय सहाय्य अनुदान में गिरावट दर्ज की गयी है. पिछले वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में मिला राजस्व वार्षिक लक्ष्य का 13.28 प्रतिशत था. चालू वित्तीय वर्ष में यह 9.48 प्रतिशत है.