Jharkhand News : झारखंड के साहिबगंज के सर्वाधिक कालाजार प्रभावित 12 गांवों की बदलेगी तस्वीर, ये है प्लान
Jharkhand News : झारखंड के साहिबगंज जिले के बोरियो, बरहेट, बरहरवा, मंडरो, पतना, तालझारी, उधवा प्रखंड क्षेत्र कालाजार से प्रभावित हैं. सभी कालाजार प्रभावित प्रखंड क्षेत्रों में सबसे ज्यादा कालाजार प्रभावित प्रखंड क्षेत्र के गांवों में अब जिला प्रशासन विकास करेगा, जिसका रोड मैप तैयार कर लिया गया है.
Jharkhand News : झारखंड के साहिबगंज जिले के बोरियो, बरहेट, बरहरवा, मंडरो, पतना, तालझारी, उधवा प्रखंड क्षेत्र कालाजार से प्रभावित हैं. इन सभी कालाजार प्रभावित प्रखंड क्षेत्रों में सबसे ज्यादा कालाजार प्रभावित प्रखंड क्षेत्र के गांवों में अब जिला प्रशासन विकास करेगा, जिसका रोड मैप तैयार कर लिया गया है. जिला प्रशासन द्वारा सभी चिन्हित गांवों में अब समुचित विकास किया जायेगा. इससे इन गांवों की तस्वीर बदल जायेगी.
कालाजार प्रभावित 12 गांवों का विकास
साहिबगंज जिले के 09 प्रखंड में जुलाई में 07 प्रखंड में ही कालाजार के मरीज मिले हैं. जिसका इलाज विभाग द्वारा किया जा रहा है. इन 09 प्रखंड क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष सबसे ज्यादा कालाजार प्रभावित प्रखंड व गांव को चिन्हित किया गया है, जहा प्रत्येक वर्ष मरीज मिलते हैं. स्वास्थ्य विभाग के कालाजार कार्यालय द्वारा सहिया की मदद से जिला के सभी प्रखंडों में सर्वे किया गया. प्रत्येक वर्ष सबसे ज्यादा कालाजार प्रभावित बरहरवा एक गांव, पतना दो गांव, बोरियो एक गांव, बरहेट तीन गांव, मंडरो दो गांव, तालझारी दो गांव व राजमहल प्रखंड क्षेत्र का एक गांव कुल 12 गांवो को चिन्हित किया गया है. जहां प्रत्येक वर्ष सबसे ज्यादा कालाजार के मरीज मिलते थे.
कालाजारमुक्त करने का प्रयास
सबसे ज्यादा कालाजार प्रभावित 07 प्रखंड के 12 गांवों में दिसंबर माह तक जिला प्रशासन समुचित विकास करने जा रहा है, जिससे कालाजार प्रभावित गांव कालाजार मुक्त हो सके. सबसे ज्यादा कालाजार प्रभावित 07 प्रखंड के 12 गांव में 5168 परिवार हैं, जिसमें चिन्हित 1912 परिवार का कच्चे मकान को पक्का मकान बनाया जाएगा. सभी 12 गांवों में शुद्ध पेयजल मुहैया कराया जाएगा. हर घर नल से जल पहुंचाया जाएगा. शॉकपीट का निर्माण कराया जाएगा और सभी घरों में बिजली पहुंचाई जाएगी. जिस गांव में सड़क नहीं है वहां सड़क का भी निर्माण कराया जाएगा.
जून माह तक 22 मरीज
जानकारी के अनुसार जून माह तक 22 कालाजार के नए मरीज मिले थे. सभी मरीज को एंबीजॉम दवा दी गयी. जिला कंसल्टेंट सती बाबू डाबडा ने बताया कि जून माह तक कालाजार के 22 मरीज थे, सभी नए मरीज थे. पहली बार कालाजार के मिले मरीज को एंबीजॉम दवा का सिंगल डोज स्लाइन में देकर चढ़ाया जाता है. अगर वही मरीज को दुबारा से कालाजार हो जाता है तो दुबारा कालाजार हुए मरीज को मिल्टीफोसिन कैप्सूल दवा खिलायी जाती है. श्री डाबडा ने बताया कि तीन वर्ष तक कालाजार के मरीज का फॉलोअप किया जाता है. रेगुलर क्षेत्र में सर्वे व जांच गांव-गांव में किया जाता है. जांच के दौरान कालाजार मिलने पर उस मरीज का तुरंत इलाज किया जाता है.
चिन्हित प्रखंड के 12 गांवों के नाम
प्रखंड/ गांव का नाम
बरहरवा/ बंसीकाटा
पतना/ लखीपुर, अठगामा
बोरियो/ खुमारिया
बरहेट/ कुसमा संथाली, हिरणपुर, बरहेट संथाली
मंडरो/ खैरवा, बड़ा गडरा
तालझारी/ झिकरा हिरनकोल, पोखरिया
राजमहल/ डेढ़गामा
क्या कहते हैं सिविल सर्जन डॉ अरविंद कुमार
कालाजार की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग गंभीर है. स्वास्थ्य विभाग की टीम कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम चला रही है. सभी प्रखंड में सर्वे व जांच कराकर कालाजार रोगी को खोजकर उसका इलाज कराया जाता है. कालाजार का लक्षण मिलते ही सदर अस्पताल व अनुमंडल अस्पताल राजमहल में जांच कराकर समुचित इलाज मरीज करा सकते हैं. 30 सितम्बर तक कालाजार व मलेरिया से बचाव के लिए आईआरएस का छिड़काव घर घर किया जाएगा.
क्या कहते हैं डीसी रामनिवास यादव
कालाजार प्रभावित प्रखंडों के 12 गांवों में समुचित विकास किया जाएगा. इन 12 गांवों में कच्चे मकान को पक्का बनाया जाएगा. घर-घर शौचालय बनाया जाएगा. इन गांवों में शॉकपिट का निर्माण कराया जाएगा. घर-घर बिजली पहुंचायी जाएगी. सड़क निर्माण किया जाएगा. गांव का समुचित विकास करके कालाजार मुक्त जिला बनाया जाएगा.
रिपोर्ट : नवीन कुमार, साहिबगंज