Jharkhand News : झारखंड में कोरोना से स्वस्थ होनेवालों की दर बिहार-बंगाल से ज्यादा, पढ़ें झारखंड की टॉप 5 खबरें
कोरोना संक्रमण से ठीक होने के मामले में झारखंड के लोग बिहार और बंगाल से आगे है. 30 मई तक बिहार में 3511 लोग कोरोना से संक्रमित हुए थे. इनमें से 1311 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जबकि, झारखंड में अब तक 609 लोग कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुक हैं. इनमें से 256 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. वहीं, साहिबगंज जिले में दो और कोरोना मरीज़ की पुष्टि हुई है, जिसके बाद जिले में संक्रमित मरीजो की संख्या बढ़कर तीन हो गई है. बीते दो महीने से रोड जोन के कारण सील हुआ हिंदपीढ़ी अब कंटेनमेंट जोन से मुक्त हो गया है. बीते 28 दिनों में कोरोना का एक भी केस हिन्दपीढ़ी में नही मिला है. कुछ शर्तों के साथ झारखंड में शुरू हो सकता है बस व ऑटो का परिचालन. आइए झारखंड राज्य से जुड़ी प्रमुख खबरों पर एक नजर डालते हैं
देश और दुनिया में कोरोना वायरस (कोविड-19) से संघर्ष अब भी जारी है. समय के साथ जांच की रफ्तार बढ़ायी जा रही है. संक्रमितों की पहचान के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग भी हाे रही है. बीते कुछ हफ्तों से झारखंड में भी कोरोना की जांच की रफ्तार बढ़ी है. ऐसे में प्रभात खबर ने झारखंड और इसके पड़ोसी राज्य बिहार व पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या और उनके स्वस्थ होने का तुलनात्मक अध्ययन किया. इसके लिए वहां के स्वास्थ्य विभाग से आधिकारिक सूचना एकत्र की गयी. इस अध्ययन में पता चला कि झारखंड में कोरोना से ठीक होनेवालों का प्रतिशत बिहार और बंगाल से बेहतर है.
यहां कोरोना संक्रमित लोग पड़ोसी राज्यों की तुलना में जल्दी स्वस्थ भी हो रहे हैं. झारखंड-बिहार के सबसे लोकप्रिय अखबार प्रभात खबर ने सरकारी आंकड़ों के जरिये इसकी जांच की है. सरकार के स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक ट्वीटर एकाउंट के अनुसार 30 मई तक वहां 3511 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. इनमें से 1311 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. यानी बिहार में स्वस्थ होने की दर 37.34 फीसदी है. वहीं, पश्चिम बंगाल में अब तक 5130 कोरोना संक्रमित मिले हैं, जिनमें से 2165 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. यानी वहां स्वस्थ होने की दर 38.40 फीसदी है. इधर, झारखंड में अब तक 609 लोग कोरोना संक्रमित मरीज मिल चुक हैं. इनमें से 256 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं.
कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में झारखंड का सभी जिला आ चुका है. डीसी वरुण रंजन ने रविवार देर रात्री पुष्टि की है की ज़िले में दो व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया है. दोनों कोरोना संक्रमित में से एक सूरत से आया हुआ प्रवासी श्रमिक था, जबकि दूसरा प्रवासी श्रमिक थाणे से लौट था. इन दोनों श्रमिकों को बरहरवा क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. डीसी श्री रंजन ने बताया कि कोरोना रिज़ल्ट पोजेटिव आने के पश्चात दोनों श्रमिकों को राजमहल कोविड19 अस्पताल में शिफ़्ट कर दिया गया है. साथ ही साथ दोनों कोरोना मरीज़ ए सिपमटोमेटिक है एवं जिला प्रशासन तमाम तरह के एहतियाती उपाय भी अपना रही है. उक्त संक्रमित व्यक्तियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है तथा जिला प्रशासन अग्रतर कार्यवाई भी कर रहा है.
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए हिंदपीढ़ी को रांची जिला प्रशासन द्वारा लॉर्ज कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था. लार्ज कंटेनमेंट जोन होने के कारण पूरा हिंदपीढ़ी पिछले दो माह से सील था. रविवार को हिंदपीढ़ी को कंटेनमेंट जोन से मुक्त करने के लिए उपायुक्त राय महिमापत रे की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक की गयी. बैठक में सरकार के गाइडलाइन के मुताबिक हिंदपीढ़ी के सभी क्षेत्रों को कंटेनमेंट क्षेत्र से मुक्त करने का फैसला लिया गया.
झारखंड में लॉकडाउन में छूट देने को लेकर रविवार को मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की अगुवाई में पूरे दिन मंथन किया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अधिकारियों की फोन पर बातचीत भी हुई. हालांकि, इस बारे में अंतिम फैसला नहीं किया जा सका. बताया गया कि एक जून को मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी. बैठक के बाद मुख्यमंत्री को स्थिति से अवगत कराया जायेगा. मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही अनलॉक-1 या लॉकडाउन-5.0 का स्वरूप तय किया जायेगा. राज्य सरकार शर्तों के साथ बस, ऑटो व ई रिक्शा के परिचालन की भी अनुमति दे सकती है.
महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी ने कहा है कि अगर क्रिकेट होता है तो क्रिकेट होगा. लेकिन माही और मैंने पहाड़ों पर जाने की योजना बनायी है. हमने उत्तराखंड जाने की योजना बनायी है, छोटे गांवों में रहेंगे. हम सड़क के रास्ते जायेंगे जो सुरक्षित है. विमान से नहीं जायेंगे. धौनी हालांकि इस शो के लिए नहीं आये. साक्षी ने कहा: आपको पता है कि माही कैसा है. माही इंस्टा लाइव पर बात करने नहीं आता. मुझे पता है कि प्रशंसक उसे लेकर दीवाने हैं. लेकिन हम सभी को पता है कि सोशल मीडिया पर वह लो प्रोफाइल हैं. धोनी की संन्यास की खबरों से साक्षी नाराजसोशल मीडिया पर अपने पति के संन्यास लेने की खबरों पर साक्षी ने हैरानी जताते हुए स्पष्ट संकेत दिये कि इस पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान की नजरें अब भी राष्ट्रीय टीम में वापसी पर टिकी हैं