खेल संवाददाता, रांची, अंतरराष्ट्रीय थ्रो बॉल चैंपियनशिप के लिए मलयेशिया जानेवाली भारतीय टीम में झारखंड की पांच महिला खिलाड़ी व एक पुरुष खिलाड़ी शामिल हैं. इनमें प्रतिमा तिर्की, अनिता तिर्की, महिमा उरांव, असुंता टोप्पो, तारामणि लकड़ा और सनोज महतो शामिल हैं. गुमला की असुंता टोप्पो ने भी गरीबी के कारण मलयेशिया जाने असमर्थता जतायी थी. असुंता की मदद के लिए गुमला जिला परिषद के सदस्य दिलीप बड़ाईक आगे आये और उन्होंने अपनी पत्नी के गहने बेच कर असुंता को 66,000 रुपये का चेक दिया.
सोमवार को मलयेशिया जानेवाले सभी खिलाड़ियों को विश्व संवाद केंद्र में सम्मानित किया गया. इस अवसर पर संघ के साधु संत संपर्क के प्रमुख स्वामी दिव्य ज्ञान, परमवीर चक्र से सम्मानित शहीद अल्बर्ट एक्का के पुत्र विसेंट एक्का, पुत्रवधु रजनी एक्का, कोच मुकेश कंचन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रमुख अनिल ठाकुर, अटल पांडेय सहित अन्य मौजूद थे.
राष्ट्रीय स्तर की रांची की दिव्यांग थ्रो बॉल खिलाड़ी महिमा उरांव का चयन मलयेशिया में होनेवाली अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए भारतीय महिला पारा थ्रो बॉल टीम में हुआ है. चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों को खुद अपने खर्च का वहन करना होगा. मलयेशिया जाने के लिए प्रति खिलाड़ी 66,000 का खर्च है, लेकिन महिमा के पास इतने पैसे नहीं हैं. इसके लिए उसने लोगों से मदद करने की अपील की है.
थ्रो बॉल से पहले महिमा ने वॉलीबॉल में भी झारखंड के लिए कांस्य पदक जीता है. अभ्यास के लिए वह अपने गांव सोदाग से पहले पांच किलोमीटर पैदल चल कर आती है, फिर दो-तीन ऑटो बदलकर मोराबादी स्टेडियम आती है. इसी वर्ष थ्रो बॉल की अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में महिला स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं. महिमा ने बताया कि 2018 में झारखंड पैरालिंपिक संघ के मुकेश कंचन से मुलाकात हुई और मेरे अंदर खेल की भावना जागी, जिसके बाद मैं सप्ताह में एक दिन मोरहाबादी जाकर अभ्यास करती रही. इसका बेहतर रिजल्ट सामने आने लगा.