Jharkhand News (पीयूष तिवारी, गढ़वा) : झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर की अध्यक्षता में सोमवार को कोविड-19 महामारी एवं विकास कार्यों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. समाहरणालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में मंत्री ने डीसी और एसपी की उपस्थिति में सिविल सर्जन गढ़वा, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी आदि से ऑनलाइन बैठक की. इसमें उन्होंने कोविड-19 की स्थिति का जायजा लिया. इस मौके पर मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर सभी के लिये बड़ी चुनौती है़ इसमें हम सब ने अपनों को खो दिया है. लेकिन, मुख्यमंत्री के प्रबंधन व पदाधिकारियों तथा स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से धीरे-धीरे इस पर काबू पाया जा रहा है.
मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में जारी स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में कुछ कड़ाई की गयी है़ लेकिन, यह देखा जा रहा है कि इसका अनुपालन पूरी तरह से नहीं हो रहा है. ऐसे में सभी पदाधिकारी सख्ती से इसका अनुपालन कराना सुनिश्चित करें. शादी-विवाह में नियमावली के अनुरूप 11 से अधिक व्यक्तियों को शामिल नहीं होने दिया जाये, इसकी पदाधिकारी स्वयं जांच करें.
उन्होंने निर्देश दिया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा थाना प्रभारी अपने क्षेत्र में हो रहे शादी समारोह की पूरी जानकारी अपने पास अवश्य रखें तथा इसकी जांच करे कि उक्त शादी समारोह में नियमावली का अनुपालन किया जा रहा है या नहीं. वहीं, कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन नहीं करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई करें.
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मंत्री श्री ठाकुर ने कहा कि जिला मुख्यालय से दूरस्थ प्रखंडों में विशेष रूप से प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी व थाना प्रभारी जारी गाइडलाइन का पालन करवाना सुनिश्चित करें. मास्क व सामाजिक दूरी का अनुपालन विशेष रूप से कराया जाये. इसके साथ ही स्वास्थ्य सहिया, सेविका, सहायिका व जेएसएलपीएस की महिलाओं के माध्यम से जिले भर में स्वास्थ्य सर्वे करवाया जाये. सर्वे से प्राप्त अस्वस्थ तथा संक्रमित व्यक्तियों की सूची संबंधित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उपलब्ध करायी जाये.
उन्होंने कहा कि सर्वे अति आवश्यक है. इसके माध्यम से संक्रमण को वहीं रोका जा सकता है. मंत्री ने निर्देश दिया कि ऐसे क्षेत्र जहां संक्रमित व मृत व्यक्ति पाये गये हैं. उसकी सूची तैयार करते हुए उक्त टोले व मोहल्ले के व्यक्तियों की तत्काल प्रभाव से रैपिड एंटीजेन किट के माध्यम से जांच करायी जाये, ताकि संक्रमितों की प्राथमिक अवस्था में ही पहचान करते हुए उनका इलाज शुरू किया जा सके.
इसके साथ ही उन्होंने लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक करने की भी बातें भी कही. उन्होंने स्थानीय चिकित्सक, स्वयंसेवी संस्थाओं, पंचायत के प्रतिनिधियों, वार्ड पार्षद समेत अन्य की सूची तैयार करते हुए ऑनलाइन माध्यम से उनके साथ बैठक करने तथा उनके सहयोग से स्थानीय स्तर पर लोगों को वैक्सीनेशन व गाइडलाइन का पालन करने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिये.
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इस मौके पर मंत्री श्री ठाकुर ने धान अधिप्राप्ति पर भी चर्चा की तथा लक्ष्य के अनुरूप किसानों का धान क्रय नहीं किये जाने पर डीसी को अपने स्तर से कार्रवाई करने का निर्देश दिया. सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को मनरेगा के तहत चलायी जा रही योजनाओं के माध्यम से प्रवासी व स्थानीय मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि ऐसी योजनाओं का चयन करें जहां सोशल डिस्टैंसिंग का अनुपालन करते हुए मजदूरों को रोजगार उपलब्ध हो सके. बैठक में डीसी राजेश कुमार पाठक, एसपी श्रीकांत एस खोतरे, निदेशक डीआरडीए दिनेश सुरीन, सिविल सर्जन कमलेश कुमार, जिला आपूर्ति पदाधिकारी बिजेंद्र कुमार आदि उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.