झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र कल से, विधायक अनंत कुमार ओझा सदन में उठायेंगे ये मुद्दे
बीजेपी विधायक अनंत कुमार ओझा ने कहा कि वे विधानसभा के मानसून सत्र में बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा, बरहेट लैम्पस से 1200 क्विंटल धान गबन, राजमहल में डुप्लीकेट कोविड सर्टिफिकेट समेत अन्य मुद्दा उठाएंगे
Jharkhand Monsoon session 2021, साहिबगंज न्यूज (नवीन कुमार) : झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 3 सितंबर से शुरू होने वाला है. इस दौरान विधायकों द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्र से जुड़े मुद्दे उठाये जायेंगे. राजमहल से बीजेपी विधायक अनंत कुमार ओझा ने बताया कि विधानसभा के मानसून सत्र में वे बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा, बरहेट लैम्पस से 1200 क्विंटल धान गबन का मुद्दा, राजमहल में डुप्लीकेट कोविड सर्टिफिकेट बनाने का मुद्दा, बाढ़ राहत सामग्री बांटने के नाम पर अनियमितता का मुद्दा, जिले में जर्जर सड़क, बिजली एवं स्वच्छ पेयजल का मुद्दा उठाएंगे.
श्री ओझा ने कहा कि साहिबगंज जिले को शैक्षणिक हब के रूप में विकसित करने के लिए लॉ कॉलेज बनाने का मामला सदन में उठाएंगे. गंगा कटावरोधी कार्य शुरू कराने, राज्य संपोषित योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से राजमहल विधानसभा क्षेत्र में 1 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होने समेत अन्य मामले को भी सदन में उठायेंगे. उन्होंने कहा कि उधवा प्रखंड, राजमहल प्रखंड, सदर प्रखंड में गंगा कटाव को लेकर मार्च 2020 बजट सत्र के दौरान आवाज उठाया था. सरकार ने विधानसभा में उत्तर दिया था कि सरकार गंगा कटाव को लेकर गंभीर है. तकनीकी स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है. आने वाले कुछ महीने के अंदर कार्य प्रारंभ हो जाएगा. विभागीय लापरवाही, अधिकारियों की अकर्मण्यता के कारण उसका अनुपालन सही तरीके से नहीं हुआ जिसके कारण उधवा प्रखंड के जीतनगर गांव की बड़ी आबादी गंगा में समाहित हो गयी. ये गांव गंगा की चपेट में नहीं आती, अगर शासन ने गंभीरता के साथ कार्रवाई किया होता.
Also Read: जेपीएससी 7वीं-10वीं की पीटी परीक्षा की तैयारी तेज, परीक्षार्थियों के लिए ये है अनिवार्य
विधायक अनंत कुमार ओझा ने कहा कि उधवा प्रखंड की प्राणपुर पंचायत के खट्टी टोला में प्राथमिक विधायलय सरकारी संपत्ति गंगा में समाहित नहीं हुआ होता. दर्जनों गांव के गंगा में समाहित होने का खतरा बढ़ते जा रहा है, फिर एक बार विधानसभा में गंगा कटाव के मुद्दे को लेकर विधानसभा के पटल पर अपनी बातों को रखूंगा. श्री ओझा ने कहा कि जिले को शैक्षणिक हब बनाना है. राजमहल में मॉडल डिग्री कॉलेज बनकर तैयार है, वहां पठन पाठन का कार्य प्रारंभ हो. जिले में लॉ कॉलेज का स्थापना हो, पॉलिटेक्निक कॉलेज बनकर तैयार हो गया. पढ़ाई भी प्रारम्भ है. वही इंजीनियरिंग कॉलेज, एग्रीकल्चर कॉलेज की स्वीकृति पूर्व की रघुवर सरकार में हो गयी है. मगर अभी तक कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है. मेडिकल कॉलेज को लेकर सरकार ने बजट सत्र के दौरान मुझे भरोसा दिया था कि जल्द ही जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने की दिशा में प्रयत्न करेंगे.
मानसून सत्र में विधानसभा के माध्यम से सरकार के समक्ष अपनी बातों को रखेंगे. साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जल्द सर्वेक्षण करवाकर बाढ़ पीड़ितों को उनके नुकसान का आंकलन कर शीघ्र ही मुआवजा देने की मांग विधानसभा में करूंगा. श्री ओझा ने कहा कि जिस जिले से मुख्यमंत्री प्रतिनिधित्व करते हैं, वहां के सभी मुख्यमार्ग जर्जर हैं, चाहे वो मिर्जाचौकी से फरक्का तक की सड़क हो या साहिबगंज गोविंदपुर सड़क.
Also Read: काबुल से लौटे बोकारो के बबलू फिर कमाने क्यों गये बाहर, ये है उनकी पीड़ा
Posted By : Guru Swarup Mishra