Jharkhand News: झारखंड के कलाकार बंटी सिंह के निधन पर जामताड़ा के कलाकारों ने सेंट एंथोनी स्कूल में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. इस दौरान सेंट एंथोनी स्कूल के निदेशक डॉ चंचल भंडारी, शिक्षाविद् डीडी भंडारी, विक्टर डांस किंगडम के निदेशक सह कोरियोग्राफर विजय सिंह सहित अन्य ने बंटी सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान एक मिनट का मौन रखा गया. श्रद्धांजलि सभा में कलाकारों ने कहा कि नागपुरी संगीत जगत के लिए इनका निधन अपूरणीय क्षति है.
श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने कहा कि बंटी सिंह झारखंड के अच्छे कलाकार थे. रांची के मशहूर नागपुरी कलाकार बंटी सिंह का पिछले मंगलवार को निधन हो गया. उन्होंने डांस से अपनी अलग पहचान बनायी थी. बंटी सिंह का नागपुरी संगीत जगत में बहुत बड़ा योगदान है. उन्होंने समसामयिक संगीत व नृत्य को जो नया स्वरूप दिया, वह काफी सराहनीय है.
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अखड़ा संगीत को उन्होंने नए रंग में ढालने की कोशिश की थी. उनके असमय चले जाने से नागपुरी गीत-संगीत को क्षति हुई है. मौके पर दीपा म्यूजिक के सुकेश दास, झारखंड खोरठा टीवी के असित दास, संगीत शिक्षक सुमन रॉय, कंप्यूटर टीचर संजीव राउत, विशाल पंडित सहित अन्य मौजूद थे.
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आपको बता दें कि नागपुरी फिल्मों के स्टार कलाकार बंटी सिंह को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इसके बाद उन्हें रांची के गुरुनानक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस बात की सूचना मिलने के बाद नागपुरी जगत के लोगों में शोक की लहर दौड़ गयी थी. उन्होंने 4 हजार से ज्यादा गानों के एल्बम पर काम किया. वो मूल रूप से झारखंड के नहीं, बल्कि पंजाब के रहने वाले थे. उनका रियल नाम बंटी सिंह नहीं बल्कि गुरमीत सिंह था. हालांकि उनका परिवार जमशेदपुर में रहता है, जबकि वो रांची में रिश्तेदार के घर पर रहते थे.
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संगीतकार जयकांत के मुताबिक बंटी सिंह को अपनी कला के प्रति पूर्ण विश्वास था. काम को लेकर कभी भी उन्होंने अपने आत्मसम्मान को गिरने नहीं दिया. काम के प्रति समर्पण एवं अपने टैलेंट के दम पर उन्होंने ऐसी ख्याति अर्जित की है कि अब तक उनके बराबर का स्थान कोई नहीं बना पाया है. वह रियलिटी शो ‘डांस इंडिया डांस’ में भी हिस्सा ले चुके थे़ वह नागपुरी खोरठा गीतों की कंपोजिंग और रिकॉर्डिंग भी करते थे. डांसर के साथ सफल कोरियोग्राफर, कंपोजर, डायरेक्टर भी थे. मांदर बाजेला, नयी नवेली, रेशमी रूमाल, जमाना, रे पूनम रे, बेदर्दी गुईया, मोर दिला काले तोड़ देले, तोर दीवाना, दिलो जान से, महुआ पत्तई और प्यार के मोती आदि प्रमुख एलबम थे.
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Posted By : Guru Swarup Mishra