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Jharkhand Naxal News : भाकपा माओवादी की विश्व आदिवासी दिवस पर अपील, केंद्र सरकार पर लगाये ये आरोप

Jharkhand Naxal News : नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है. इसमें जल, जंगल, जमीन, सशक्तीकरण के लिए आदिवासी जनता के संघर्षों को ऊंचा रखने और विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासियों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करने का आह्वान किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2022 5:17 PM

Jharkhand Naxal News : नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है. इसमें जल, जंगल, जमीन, सशक्तीकरण के लिए आदिवासी जनता के संघर्षों को ऊंचा रखने और विश्व आदिवासी दिवस (9 अगस्त) पर आदिवासियों पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ संघर्ष करने का आह्वान किया है. विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर नये वन संरक्षण नियम के विरोध में दण्डकारण्य और बिहार-झारखंड में आदिवासी जनता के संघर्ष के समर्थन में कार्यक्रमों को आयोजित करने की अपील की है. उसने आरोप लगाया है कि केंद्र और राज्य सरकार की गलत नीति के तहत आदिवासी जनता की जमीनों को उनसे छीना जा रहा है.

भाकपा माओवादी केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता का आरोप

भाकपा माओवादी केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय ने कहा है कि भाजपा ने ओडिशा की द्रौपदी मुर्मू को भारत का राष्ट्रपति ऐसे समय में बनाया है, जब देश को समाप्त करने की प्रक्रिया में लगा हुआ है. राष्ट्रपति उम्मीदवार की घोषण के बाद भाजपा ने नये वन संरक्षण नियम को अलोकतांत्रिक और संविधान के खिलाफ लाया. आदिवासी जनता उन पुलिस कैम्पों के खिलाफ संघर्ष कर रही है, जो गिरिडीह जिले में पर्वतपुर गांव के पास, छत्तीसगढ़ राज्य का बीजानूर, सुकमा जिला में सिलिंगेर और अन्य जगहों पर स्थापित है.

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छीनी जा रही आदिवासियों की जमीन

केंद्र और राज्य सरकार की गलत नीति के तहत आदिवासी जनता की जमीनों को उनसे छीना जा रहा है और ये प्रक्रिया देश के कई हिस्सों जैसे ओडिशा के नियमगिरि, महाराष्ट्र का गढ़चिरौली के सूर्जागढ़, छत्तीसगढ़ स्थित नारायणपुर के आमदाई और झारखंड में अन्य जगहों में आदिवासी जनता को उनकी जमीनों से वंचित किया जा रहा है.

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रिपोर्ट : अनिल तिवारी, बंदगांव, पश्चिमी सिंहभूम

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