हजारीबाग : भाकपा माओवादियों ने गुरुवार तड़के कठौतिया-टोरी-चंदवा रेल लाइन निर्माण में लगी कंपनी ‘रॉयल इंफ्रा कंस्ट्रक्शन लिमिटेड’ की साइट पर धावा बोला और छह वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इसमें तीन वाहन जल कर राख हो गये, जबकि कर्मियों ने किसी तरह तीन वाहनों को बचा लिया. घटनास्थल कटकमसांडी थाना क्षेत्र के शाहपुर हेसाकुदर गांव के पास स्थित है. माओवादियों ने मौके पर पर्चा छोड़ कर बिना आदेश काम नहीं करने की चेतावनी भी दी है. घटना के बाद से कंपनी के कर्मी और पदाधिकारी सहमे हुए हैं. माना जा रहा है कि माओवादियों ने लेवी को लेकर घटना को अंजाम दिया है. हालांकि, हजारीबाग एसपी ने इसे नक्सली या उग्रवादी घटना के बजाय स्थानीय आपराधिक गिरोह की कारस्तानी करार दिया है. घटना की सूचना मिलने के बाद गुरुवार सुबह कटकमसांडी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की छानबीन शुरू की.
वहीं, कंपनी के इंजीनियर चंद्रमौलि प्रताप साहू ने कटकमसांडी थाने में घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया है. इसमें उन्होंने बताया कि गुरुवार तड़के 2:30 बजे पांच-सात हथियारबंद लोग कंपनी की साइट पर पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले साइट पर मौजूद सभी कर्मियों को एक कमरे में बंद कर उनके मोबाइल फोन छीन लिये. इसके बाद वहां खड़े छह वाहनों पर तेल छिड़क कर उनमें आग लगा दी. कुछ कर्मियों के विरोध किया, तो माओवादियों ने उनकी पिटाई भी की. कहा कि हमारे दस्ते ने साइट को घेर रखा है. उन्होंने कर्मियों को धमकी दी कि सुबह कोई यहां काम करता नजर आया, तो जान से मार देंगे.
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माओवादियों ने साइट पर खड़े दो हाइवा, एक रोलर, एक पेलोडर, एक टैंकर और पिकअप में आग लगायी है. दावा किया जा रहा है कि इससे कंपनी को करीब दो करोड़ का नुकसान हुआ है.
घटनास्थल पर छोडो गये पर्चे में लिखा है : भाकपा माओवादी द्वारा सूचित किया जाता है कि कोई भी सरकारी काम बिना आदेश के नहीं करें. अन्यथा फौजी कार्रवाई की जायेगी.
घटना के संबंध में हजारीबाग के एसपी मनोज रतन चौथे ने कहा कि अब तक के अनुसंधान के अनुसार, घटना को स्थानीय अपराधियों के एक गिरोह ने अंजाम दिया है, जिन्हें चिह्नित कर लिया गया है. जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की जायेगी. घटना में माओवादी संगठन की कोई भूमिका सामने नहीं आयी है.