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लातेहार में पुलिस की नक्सलियों के साथ मुठभेड़, एक BSF अधिकारी हुआ शहीद, CM हेमंत ने जताया शोक

पुलिस टीम के नावागढ़ गांव होते हुए जगड़ा पहाड़ की ओर जाने के दौरान हुई मुठभेड़, पहली बार जेजेएमपी के साथ हुई मुठभेड़ में किसी पदाधिकारी के शहीद होने की घटना. डिप्टी कमांडेंट राजेश ने गोली लगने से पहले एक उग्रवादी को मार गिराया था

By Prabhat Khabar News Desk | September 29, 2021 6:18 AM

लातेहार : मुठभेड़ में उग्रवादी को मार गिराने के क्रम में बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गये. मंगलवार को दिन के करीब तीन बजे लातेहार जिले के नारायणपुर-सलैया जगड़ा पहाड़ के पास जेजेएमपी व झारखंड जगुआर के बीच मुठभेड़ हुई. वरीय पुलिस पदाधिकारी के अनुसार, झारखंड जगुआर की टीम स्थानीय पुलिस की मदद से उग्रवादियों के खिलाफ तलाशी अभियान में निकली थी. पुलिस की टीम नावागढ़ गांव होते हुए जगड़ा पहाड़ की ओर जा रही थी.

इसी दौरान पहाड़ पर पहले से जमे उग्रवादियों ने सुरक्षा बलों को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी. सुरक्षा बलों ने भी मोरचा संभाल लिया. दोनों ओर से लगभग आधे घंटे तक रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही. इसी दौरान डिप्टी कमांडेंट राजेश ने एक उग्रवादी को मार गिराया. जिसके बाद फायरिंग रुक गयी. थोड़ी देर बाद जमीन पर पोजिशन लिये राजेश जैसे ही खड़े हुए कि उग्रवादी गोली चलाने लगे. इसी क्रम में उन्हें सीने और जांघ में गोली लगी.

आनन-फानन में मुठभेड़ स्थल से ही सुरक्षा बलों ने इसकी सूचना वरीय पुलिस पदाधिकारियों को दी. सूचना मिलने पर एसडीपीओ संतोष कुमार मिश्रा अतिरिक्त पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घायल श्री कुमार को लेकर राजहरा स्थित हेलीपैड स्थल पहुंचे. इसके बाद हेलीकॉप्टर से उन्हें रांची भेजा गया. रांची के खेलगांव स्थित हेलीपैड से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मेडिका अस्पताल ले जाया गया.

लेकिन अस्पताल प्रबंधन के अनुसार अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी. लातेहार के एसपी अंजनी अंजन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मुठभेड़ के बाद सर्च अभियान के दौरान एके-56, एके-47, अमेरिकन राइफल समेत अन्य हथियार बरामद किये गये हैं. वहीं दूसरी ओर शहीद के पार्थिव शरीर को बुधवार को रांची स्थित झारखंड जगुआर कैंपस में दिन के 9.30 बजे अंतिम सलामी व श्रद्धांजलि दी जायेगी.

बीएसएफ से झारखंड प्रतिनियुक्ति पर आये थे राजेश :

डिप्टी कमांडेंट राजेश मूल रूप से मुंगेर के लाल दरवाजा गांव के थे. वह बीएसएफ से झारखंड प्रतिनियुक्ति पर आये थे. झारखंड जगुआर एसॉल्ट ग्रुप (एजी- 35) के कमांडर के रूप में पदस्थापित थे.

पांच भाइयों में तीसरे नंबर पर थे राजेश कुमार

शहीद डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार पांच भाइयों में तीसरे नंबर पर थे. उनके बड़े भाई राजू कुमार रांची में रहते हैं, जबकि दूसरे बड़े भाई मुंगेर में हैं. उनसे छोटे दो भाइयों में एक रजनीश कुमार गुप्त सूचना विभाग में कार्यरत हैं और सबसे छोटे भाई वैज्ञानिक हैं, जो विदेश में रहते हैं. राजेश कुमार अपनी पत्नी रूबी कुमारी और दो पुत्रों नौ वर्षीय आयुष कुमार और तीन वर्षीय गोलू कुमार के साथ रांची में ही रहते थे.

सीएम ने जताया शोक

डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार की शहादत पर सीएम ने शोक जताया है. उन्होंने कहा कि लातेहार क्षेत्र में सर्च अॉपरेशन के दौरान घायल हुए डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार को हमने खो दिया है. परमात्मा वीर शहीद जवान की आत्मा को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवार को दुख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे.

पुलिस टीम के नावागढ़ गांव होते हुए जगड़ा पहाड़ की ओर जाने के दौरान हुई मुठभेड़

पहली बार जेजेएमपी के साथ हुई मुठभेड़ में किसी पदाधिकारी के शहीद होने की घटना

डिप्टी कमांडेंट राजेश ने गोली लगने से पहले एक उग्रवादी को मार गिराया था

बरामद सामान : एके-47, एके-56, अमेरिकन राइफल समेत अन्य हथियार मिले हैं

बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार मुंगेर के लाल दरवाजा गांव के रहनेवाले थे

जन्म तिथि : 01-01- 1980

एसटीएफ में योगदान की

तिथि : 07- 09- 2018

बीएसएफ में योगदान

की तिथि : वर्ष 2006

Posted By : Sameer Oraon

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