Jharkhand News : झारखंड में इन 1600 सरकारी स्कूलों के पास चॉक खरीदने के पैसे नहीं, कैसे देंगे क्वालिटी एजुकेशन

स्कूलों की मरम्मत, रख-रखाव, चॉक, ब्लैक बोर्ड, अलमारी, पठन-पाठन से जुड़ी सामग्री के लिए हर वर्ष विभाग की ओर से विद्यालय विकास फंड में राशि उपलब्ध करायी जाती है. इसमें 10 प्रतिशत राशि स्कूल एवं शौचालय की साफ सफाई में खर्च करनी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2021 1:41 PM
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Jharkhand News, हजारीबाग न्यूज (आरिफ) : झारखंड के हजारीबाग जिले के 1600 सरकारी विद्यालयों में चॉक खरीदने के पैसे नहीं हैं. वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए अब तक लगभग सभी विद्यालयों को विकास फंड का पैसा विभाग की ओर से मुहैया नहीं कराया गया है. कोरोना के बाद कक्षा छह से बारहवीं तक के स्कूल खुल गए हैं. शिक्षकों के पास चॉक खरीदने के पैसे नहीं हैं, ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई कैसे होगी.

स्कूलों की मरम्मत, रख-रखाव, चॉक, ब्लैक बोर्ड, अलमारी, पठन-पाठन से जुड़ी सामग्री के लिए हर वर्ष विभाग की ओर से विद्यालय विकास फंड में राशि उपलब्ध करायी जाती है. इसमें 10 प्रतिशत राशि स्कूल एवं शौचालय की साफ सफाई में खर्च करनी है. इस वित्तीय वर्ष समय पर राशि नहीं मिलने से स्कूलों का विकास प्रभावित हुआ है. 100 अध्ययनरत विद्यार्थी वाले स्कूल को 25 हजार, 200 से कम अध्ययनरत विद्यार्थी वाले स्कूल को 50 हजार, 200 से अधिक अध्ययनरत विद्यार्थी वाले स्कूल को 75 हजार एवं लगभग 300 अध्ययनरत विद्यार्थी वाले स्कूल को एक लाख रुपए विद्यालय विकास फंड दिये जाते हैं.

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स्कूलों को मिलने वाले विद्यालय विकास फंड की राशि हजारीबाग में लगभग 30 करोड़ से अधिक है. राज्य परियोजना कार्यालय रांची की ओर से हजारीबाग शिक्षा परियोजना कार्यालय को राशि उपलब्ध करायी जाती है जहां से यह राशि स्कूलों के बैंक खाते में वितरण की जाती है. खर्च राशि का हजारीबाग झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय की ओर से संबंधित स्कूल के प्रभारी एवं शिक्षक से समय-समय पर इसकी उपयोगिता प्रमाण पत्र लिया जाता हैं. केंद्र एवं राज्य सरकार के निर्देश पर अगस्त 2021 तक हजारीबाग के 1600 स्कूलों से लगभग 25 करोड़ राशि विभाग ने वापस ली है. सभी स्कूल बैंक खाता को जीरो बैलेंस करने एवं वित्तीय वर्ष में नये सिरे से विद्यालय विकास फंड उपलब्ध कराने को लेकर स्कूल के बैंक खाते में पहले से मौजूद लगभग 25 करोड़ से अधिक की राशि को वापस लिया गया है.

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कटकमसांडी प्रखंड एक मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि जीरो बैलेंस के नाम पर विभाग ने पहले से विद्यालय विकास फंड की राशि को वापस ले लिया है. वर्तमान समय में चॉक खरीदने के पैसे नहीं हैं. विद्यार्थियों को ब्लैक बोर्ड पर पढ़ाना कठिन हो गया है. वहीं, झारखंड शिक्षा परियोजना कार्यालय की अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुनीला लकड़ा ने बताया कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत विद्यालय विकास फंड सभी स्कूलों को शीघ्र मिलेगा. विभाग की ओर से तैयारी अंतिम चरण में है. विभागीय निर्देश पर पहले कई वित्तीय वर्ष की राशि लगभग 25 करोड़ सभी स्कूलों से वापस ली गई है. राशि वापस लेने के लिए कई शिक्षकों के वेतन को रोकना पड़ा है.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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