Jharkhand News (महेशपुर, पाकुड़) : झारखंड के पाकुड़ जिला अंतर्गत महेशपुर थाना क्षेत्र के घाटचोरा कड़वा टोला में ग्रामीणों ने टाेटका करने के आरोप दो महिलाओं को बिजली के खंभे से घंटों बांधकर रखा. साथ ही आक्रोशित ग्रामीणों ने दो महिलाओं पर दो लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया.
ग्रामीणों के अनुसार, गांव की पाकलु मुर्मू और सोहागनी सोरेन ने बुधवार की सुबह गांव के मंगल हेंब्रम की मिट्टी की मूर्ति बनायी और मूर्ति को अंतिम संस्कार के लिए कंधे पर लादकर पास के ही श्मशान घाट लेकर चली गयी. श्मशान घाट में दोनों महिलाओं ने मंगल हेंब्रम के बनाये मिट्टी के शव को दफना दिया. वहीं, यह कार्य करते हुए स्थानीय ग्रामीणों ने देख लिया. इसके बाद दोनों महिला को ग्रामीणों ने पकड़ लिया. साथ ही दोनों महिला से पूछताछ की. महिलाओं ने बताया कि गांव के मंगल हेंब्रम और उसके परिवार से उसकी दुश्मनी है. उसके पूरे परिवार की मौत के लिए ये टोटका किया है. इस बात पर ग्रामीण आक्रोशित हो गये. साथ ही दोनों महिला को बिजली के खंभे पर बांध दिया.
वहीं, गांव के शिक्षित लोगों ने मामले को शांत करवाते हुए अंधविश्वास कार्य करने को लेकर दोनों महिला से एक लाख रुपये जुर्माना लगा दिया. महिलाओं ने ग्रामीणों को बैंक से पैसे छुड़ाकर लाने की बात कहकर ग्रामीणों के चंगुल से निकली. इसके बाद ग्रामीणों के खिलाफ महेशपुर थाना में शिकायत की. मामले को देखते हुए महेशपुर थाना प्रभारी दलबल के साथ घाटचोरा पहुंची. जहां ग्रामीणों ने महिलाओं के साथ पुलिस को देखकर और भी ज्यादा आक्रोशित हो गये. वहीं, आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस के सामने ही फिर से दोनों महिला को फिर से बिजली के खंभे पर बांध दिया. आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि गलती करने के बाद भी महिलाओं ने बात नहीं मानी. ग्रामीणों के फैसले को नजर अंदाज करते हुए पुलिस को बुलाया है.
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दोनों महिला के साथ महेशपुर थाना पुलिस के पहुंचने पर ग्रामीण काफी आक्रोशित हो गये. जिसके बाद हालात बिगड़ता देख SDPO नवनीत हेंब्रम मौके पर पहुंचे. साथ ही महेशपुर के अलावा पाकुड़िया व अमड़ापाड़ा से भी काफी संख्या में पुलिस बल को बुलाना पड़ा. इस दौरान पुलिस निरीक्षक उमाशंकर, महेशपुर थाना प्रभारी सुनील कुमार रवि के अलावा, पाकुड़िया थाना प्रभारी चंदन कुमार, अमड़ापाड़ा थाना प्रभारी मनोज कुमार, महेशपुर सीओ रितेश जयसवाल व पुलिस बल गांव पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे थे. बावजूद ग्रामीण अपनी ही मांग पर अड़े थे.
पुलिस व प्रशासन के लाख समझाने के बावजूद ग्रामीणों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा था. अंत में SDPO नवनीत हेंब्रम ने सामाजिक कार्यकर्ताओं को मौके पर बुलाया. इस दौरान मांझी परगना लाहांती बैसी के जीतेंद्र मुर्मू, कमलाकांत मुर्मू एवं संताल परगना जगवार बैसी के सचिदा मरांडी, अनिल हेंब्रम समेत कई गांव से प्रधान को बुलाया गया. इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों को शांत करवाया. वहीं, ग्रामीणों की मांग पर एक सुलहनामा पत्र लिखा गया. सुलहनामा पत्र में उल्लेख किया गया है कि दोनों महिला एक अंधविश्वास कार्य की है. जो समाज में गलत संदेश देगा. इसको देखते हुए दोनों महिलाओं से एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लिया जायेगा. फैसला के वक्त ही दोनों महिलाओं ने पंचों के समक्ष 20 हजार रुपये दिये. बाकि पैसे 6 अक्टूबर को देने की बात कही. जिसके बाद मामला शांत हो पाया.
स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों महिला एवं मंगल हेंब्रम रिश्तेदार हैं. दोनों के बीच काफी दिनों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. आये दिन दोनों परिवारों में झगड़े होते रहते हैं. पर, इस बार महिलाओं ने इस तरह का हरकत कर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का काम किया है. जिस कारण ग्रामीण आक्रोशित हुए हैं.
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इस संबंध में SDPO नवनीत एंथोनी हेंब्रम ने कहा कि यह एक अंधविश्वास कार्य है. इस समय में भी लोग इन सब चीजों को मान रहे हैं. एेसा करना सही नहीं है. लोगों को इस अंधविश्वास से दूर रहना चाहिए. मामला शांत करवा दिया गया है. बाकी के विवाद को संबंधित पदाधिकारी से बात कर सुलझा दिया जायेगा.
Posted By : Samir Ranjan.