हजारीबाग के 4 उत्कृष्ट स्कूलों पर लगा ग्रहण, घोषणा के बाद भी नहीं हुआ शिक्षकों का चयन, जानें क्या है मामला
हजारीबाग शहर के जिला स्कूल, गवर्नमेंट गर्ल, चरही कस्तूरबा एवं बरही मॉडल में कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यार्थियों को सीबीएसई तर्ज पर पढ़ाई की योजना शुरू होने की योजना धरी की धरी रह गयी. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने हजारीबाग के चार उत्कृष्ट स्कूल (स्कूल ऑफ एक्सीलेंस) की घोषणा की है
Jharkhand News, Hazaribagh News ( आरिफ, हजारीबाग) : हजारीबाग शहर के जिला स्कूल, गवर्नमेंट गर्ल, चरही कस्तूरबा एवं बरही मॉडल में कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यार्थियों को सीबीएसई तर्ज पर पढ़ाई की योजना शुरू होने से पहले ही इस पर ग्रहण लग गया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने जुलाई-अगस्त 2021 में हजारीबाग के चार उत्कृष्ट स्कूल (स्कूल ऑफ एक्सीलेंस) की घोषणा की है.
राज्य में कुल 80 उत्कृष्ट स्कूल बनाया गया है. घोषणा के दो महीने बाद भी शिक्षकों का चयन नहीं होने से हजारीबाग के सभी चार उत्कृष्ट स्कूलों में कक्षा एक से 12वीं तक सीबीएसई की तर्ज पर पढ़ाई अब-तक शुरू नहीं हुई है.
क्या है मामला-
सरकार की स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यार्थियों को निजी स्कूल की तरह सीबीएसई की तर्ज पर अंग्रेजी शिक्षा देने के निर्णय बाद प्रयोग के तौर पर हजारीबाग शहर के जिला स्कूल, गवर्नमेंट गर्ल, चरही कस्तूरबा एवं बरही मॉडल को उत्कृष्ट स्कूल बनाया है.
इन स्कूलों में शीघ्र पढ़ाई शुरू करने को लेकर अगस्त महीने में माध्यमिक, प्लस टू एवं अन्य 71 शिक्षकों का विभाग की ओर से किये गये प्रतिनियोजन की घोषणा के साथ कई शिक्षक संगठनों ने विवाद खड़ा किया था. परिणाम विभाग की ओर से आनन-फानन में सभी शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद्द करना पड़ा है. इधर दो महीने बीत गये, फिर से शिक्षकों का चयन नहीं होने से घोषित चार उत्कृष्ट स्कूलों में सीबीएसई तर्ज पर कक्षा एक से 12वीं तक विद्यार्थियों को शिक्षित करने की योजना खटाई में पड़ा है.
243 शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद्द-
शिक्षक संगठनों के आंदोलन बाद राज्य में कुल 243 शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद्द हुआ है. हजारीबाग में उवि से नौ एवं पल्स टू 60 शिक्षक का प्रतिनियोजन रद्द हुआ है. उत्कृष्ट स्कूलों में स्नातकोत्तर शिक्षकों को प्रतिनियोजित किया गया था. इसमें कई उवि शिक्षक की डिग्री स्नातकोत्तर हैं.
इनमें नौ शिक्षकों को हजारीबाग से दूसरे जिला में प्रतिनियोजित किया गया था. उवि शिक्षक जिला कैडर में आते है. वहीं +2 शिक्षक का कैडर राज्य स्तर का हैं. जिला स्तर के कैडर होने के बाद भी उवि कई शिक्षकों को दूसरे जिले में प्रतिनियोजित किये जाने से शिक्षक संगठनों ने आंदोलन खड़ा कर दिया था.
हजारीबाग के सभी चार उत्कृष्ट स्कूलों में शीघ्र पढ़ाई शुरू करने को लेकर विभाग गंभीर है. नियम संगत शिक्षकों का प्रतिनियोजन करने को लेकर माध्यमिक निदेशालय में विचार-विमर्श शुरू है.
मिथिलेश कुमार सिन्हा, प्रभारी डीईओ, हजारीबाग.
मृत शिक्षक का नाम प्रतिनियोजन सूची में
केस स्टडी- एक हाई स्कूल शिक्षक ने कहा कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से आनन-फानन में की गई शिक्षकों के प्रतिनियोजन में छात्र-अनुपात शिक्षक का ध्यान नहीं रखा गया था. कई स्कूलों में 250 से 300 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं. इन विद्यालयों से अधिकांश शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति उत्कृष्ट स्कूल में किए जाने से विद्यालय में शिक्षकों की घोर कमी हो गई थी.
विषयवार विद्यार्थियों की पढ़ाई पर आफत आ गया था. इचाक केन प्लस टू उच्च विद्यालय के एक मृत शिक्षक मधुसूदन का नाम प्रतिनियोजित लिस्ट में आ गया था. जबकि मधुसूदन की मौत कोरोना से अप्रैल महीने 2021 में हुई है. वहीं एक शिक्षक त्यागपत्र देकर दूसरे राज्य में नौकरी कर रहा है. इसका भी नाम प्रति नियोजन सूची में था.
Posted By : Sameer Oraon