Jharkhand News (विक्की प्रसाद, धनबाद) : झारखंड के धनबाद जिला अंतर्गत केंदुआ के 14 वर्षीय कुुंदन कुमार इनदिनों मजदूरी कर अपने परविार का भरन-पोषण कर रहा है. कोरोना संक्रमण के कारण गत 15 मई, 2020 को कुंदन के पिता हेमलाल भुइयां की मृत्यु हो गयी थी. पिता के मौत के बाद परिवार का सारा भार कुंदन पर आ पड़ा है. इसके बावजूद अब तक ना तो राज्य सरकार और ना ही जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई सहायता मिली है.
14 वर्षीय कुंदन के पिता हेमलाल भुइयां की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद पूरा परिवार बिखर गया. आर्थिक स्थिति ऐसी हो गयी कि उसके 14 साल के बड़े बेटे कुंदन कुमार ने मां, बहन और छोटे भाई का पेट भरने के लिए पढ़ाई छोड़ मजदूरी शुरू कर दी है. पति की मौत के बाद से पत्नी चमेली देवी तीन बच्चे कुंदन कुमार (14 वर्ष), शालू कुमारी (10 वर्ष) व हीरा कुमार (8 वर्ष) के साथ अपने मायके भागाबांध में रहती है. बचा हुआ पैसा पति के क्रियाकर्म और बच्चों के भरण-पोषण में खत्म हो गया. बेटी शालू भगाबांध में ही सरकारी स्कूल में पढ़ती है.
पति की मृत्यु के बाद चमेली देवी को पेट की गंभीर बीमारी हो गयी है. उसके पेट में पथरी है. मां की बीमारी का पता चलने के बाद दोनों बेटों ने पढ़ाई छोड़ इधर-उधर काम करना शुरू कर दिया. बीमार मां, बहन और छोटे भाई का पेट चलाने के लिए कुंदर इधर-उधर मजदूरी करता है. मजदूरी से जो पैसे मिलते हैं, उसी से घर का खर्च मुश्किल से चल पाता है. कभी-कभार आस-पड़ोस के लोग भी मदद करते हैं.
Also Read: झारखंड पुलिस पर लगा वृद्ध महिला के साथ मारपीट का आरोप,मौत से गुस्से में ग्रामीण, राजनेता पहुंचे बड़कीपोना गांव
चमेली देवी के पेट की बीमारी के लिए इलाज के लिए चमेली देवी ने समाजसेवी ब्रह्मानंद के सहयोग से रेडक्रॉस में आवेदन किया है. बीमारी से संबंधित सारे दस्तावेज रेडक्रॉस में जमा कराये गये हैं. ब्रह्मानंद के अनुसार, रेडक्रॉस में प्रक्रिया चल रही है.
कुंदन के परिवार को सरकारी योजना का लाभ दिलाने के लिए मुहल्ले के लोग प्रयास कर रहे हैं. 5 माह पूर्व समाजसेवी ब्रह्मानंद ने कुंदन और उसके परिवार को सरकारी योजना का लाभ दिलाने के लिए बाल विकास विभाग में आवेदन किया है. योजना का लाभ लेने के लिए उन्हें आय, आवासीय प्रमाण पत्र बनवाने और बच्चों का बैंक अकाउंट खोलने को कहा गया है. दस्तावेज बनाने के लिए मुहल्ले के लोग ही उनकी सहायता कर रहे हैं.
Posted By : Samir Ranjan.